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सपा सांसद रूचि वीरा Photograph: (moradabad)
मुरादाबाद वाईबीएन संवाददाता जिले में बैंड संचालकों का नाम बदलने को लेकर उठे विवाद पर सपा सांसद रुचि वीरा ने सरकार को कठघरे में खड़ा किया है। सांसद ने कहा कि किसी भी संस्थान को अपना नाम रखने की स्वतंत्रता है। यदि किसी पर दबाव डालकर धर्म के आधार पर नाम बदलने को मजबूर किया जाता है तो यह संविधान के अनुच्छेद 15 का सीधा उल्लंघन है। यह बात उन्होंने अपने कार्यालय प्रेस वार्ता के दौरान कही है।
संविधान की धज्जियां उड़ाने जैसा कदम है
सांसद रुचि वीरा ने अपने कार्यालय पर सरकार के नाम बदलने वाले आदेश पर टिप्पणी करते हुए उदाहरण के साथ कहा कि हमारे देश के महान कलाकार यूसुफ अली, जिन्हें पूरी दुनिया पूरी उम्र दिलीप कुमार के नाम से जानती रही। इसका प्रमाण हैं कि नाम व्यक्ति की अपनी पहचान है। उन्होंने कहा कि इस तरह की जबरदस्ती न केवल गलत है बल्कि संविधान की धज्जियां उड़ाने जैसा कदम है।सांसद ने साफ कहा कि लोकतंत्र में हर नागरिक को अपनी पहचान बनाए रखने का अधिकार है और इस पर किसी भी प्रकार का दबाव अस्वीकार्य है।
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