/young-bharat-news/media/media_files/2025/07/11/st-merry-edit-2025-07-11-16-07-30.jpg)
Photograph: (Moradabad)
मुरादाबाद वाईवीएन संवाददाताकाशीराम नगर स्थित सेंट मीरा अकादमी में विद्यारंभ संस्कार कार्यक्रम का आयोजन हर्षोल्लास के साथ किया गया। कार्यक्रम का उद्देश्य नन्हे-मुन्ने बच्चों को शिक्षा के प्रथम चरण से जोड़ना और उनमें भक्ति, श्रद्धा व अध्ययन की रुचि विकसित करना रहा।
कार्यक्रम में प्राथमिक कक्षा के बच्चों को तख्ती (स्लेट) पर वैदिक परंपरा का प्रतीक "ॐ" लिखना सिखाया गया। ‘ॐ’ के उच्चारण और लेखन के माध्यम से बच्चों को वैदिक संस्कृति की जानकारी दी गई।साथ ही उनमें धार्मिक एवं नैतिक मूल्यों का बीजारोपण भी किया गया।
‘ॐ’ लेखन से छोटे बच्चों को वैदिक परंपरा से कराया गया परिचय
सेंट मीरा विद्यालय की निदेशिका अक्षरी प्रकाश ने बच्चों का तिलक कर उत्साहवर्धन किया और कहा कि विद्यारंभ संस्कार शिक्षा के प्रति प्रथम प्रेरणा है, जो जीवन भर बच्चे को ज्ञान की ओर अग्रसर करता है। इस अवसर पर बच्चों को स्लेट, पेंसिल, रबर और ट्रॉफी वितरित की गई। उन्होंने ‘ॐ’ शब्द के वैदिक और वैज्ञानिक महत्व को सरल शब्दों में अभिभावकों के समक्ष प्रस्तुत किया। उन्होंने बताया कि जैसे 'ॐ' की ध्वनि ब्रह्मांड में अनंत तक गूंजती है, उसी प्रकार शिक्षा भी मनुष्य के जीवन में चिरस्थायी प्रभाव छोड़ती है। उन्होंने कहा कि शिक्षा ही सबसे श्रेष्ठ संस्कार है,और विद्यारंभ संस्कार उसके आधार स्तंभ की तरह कार्य करता है।
इस अवसर पर उप-प्रधानाचार्य श्वेता सेठी,स्तुति रस्तोगी,अमृता सिंह,सोनिया भटनागर,अर्चना,आशी आदि शिक्षिकाओं की विशेष उपस्थिति व सहयोग रहा।कार्यक्रम में बच्चों,अभिभावकों और शिक्षकों की सक्रिय भागीदारी रही और पूरे वातावरण में संस्कार, शिक्षा व संस्कृति की सुगंध व्याप्त रही। कार्यक्रम का संचालन हुमैरा एजाज ने किया।
यह भी पढ़ें: अज्ञात वाहन की टक्कर से अधिवक्ता गंभीर रूप से घायल
यह भी पढ़ें:दहेज की बलि चढ़ी नेहा, पति समेत चार ससुरालीजन पर हत्या का मुकदमा
यह भी पढ़ें:सुल्तानपुर फलेदा में सड़क निर्माण में बड़ा घोटाला, फर्जीवाड़े से उठा लिया गया भुगतान
यह भी पढ़ें:ग्राम पंचायतों में बिजली के बकाया बिल पर सख्ती