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Photograph: (moradabad)
मुरादाबाद वाईबीएन संवाददाता l मुरादाबाद में भारतीय वाल्मीकि धर्म समाज के कार्यकर्ताओं ने देश में हो रहे धर्मांतरण के विरोध में धरना प्रदर्शन करते हुए जिलाधिकारी के द्वारा राष्ट्रपति के लिए ज्ञापन सौंपा। मुरादाबाद के आंबेडकर पार्क से नारेबाजी करते हुए कार्यकर्ता कलेक्ट्रेट पहुंचे। कार्यकर्ताओं ने कलेक्ट्रेट परिसर में। इक्कठे होकर हनुमान चालीसा का पाठ किया । भारतीय वाल्मीकि धर्म समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष कर्मवीर लल्ला बाबू की अध्यक्षता में प्रदर्शन किया गया ।
धर्मांतरण किसी भी व्यक्ति की व्यक्तिगत स्वतंत्रता का हनन है और समाज की सांस्कृतिक अस्मिता पर आघात है
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इस दौरान राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि से भारत की आत्मा हो का भारत की महानता उसकी विविधता में है। यहाँ अनेक वर्षों से अलग-अलग पंथ, पत्याएं और सम्प्रदाय रहे हैं। इस विविधता को सुरक्षित रखने का आधार धार्म की स्वतन्त्रता है। हर व्यक्ति को अपनी आस्था में जीने का अधिकार है तथा अपनी पूजा पद्धति अपनाने की स्वतंत्रता है। यही स्वतंत्रता भारत को दुनिया की सबसे प्राचीन और जीवंत सध्वता बनाती है। किंतु आज अनेक राष्ट्र विरोधी शक्तियां छल, बल और प्रलोभन से हिंदू समाज का धर्मातरण करा रही हैं। धर्मांतरण किसी भी व्यक्ति की व्यक्तिगत स्वतंत्रता का हनन है और समाज की सांस्कृतिक अस्मिता पर आघात है। संविधान का अनुच्छेद 25 स्पष्ट कहता है कि प्रत्येक व्यक्ति को स्वतंत्रता है कि वह अपने धर्म का प्रचार प्रसार कर सके लेकिन इसी अनुच्छेद 25 में यह भी स्पष्ट है कि आप किसी को दबाव, लालच या छल से अपना धर्म बदलने को मजबूर नहीं कर सकते। जिसका धर्म परिवर्तन करने का प्रयास किया जा रहा है उसे भी अपनी धार्मिक आस्थाओं की रक्षा करने का अधिकार है, जिसको सुनिश्चित करने का दायित्व प्रशासन का भी है।
विदेशी धन और मिशनरी द्वारा चलाया जा रहा धर्मांतरण हमारे देश के विभिन्न गांवों और निर्धन बस्तियों को निशाना बनाया जा रहा है
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आज के समय में विदेशी धन और मिशनरी द्वारा चलाया जा रहा धर्मांतरण हमारे देश के विभिन्न गांवों और निर्धन बस्तियों को निशाना बनाया जा रहा है। उत्तर प्रदेश सहित विभिन्न राज्यों द्वारा बनाए गए धर्मातरण के कानून किसी की धर्म की आस्था के साथ खिलवाड़ नहीं करते और न हीं अधिकार छीनते हैं, बल्कि देश के प्रत्येक नामरिक की धार्मिक स्वतंत्रता की रक्षा करते हैं। लेकिन आज के समय में कुछ विधर्मियों द्वारा इन कानूनों को माननीय सुप्रीम कोर्ट में चुनौती देने का भीषण षड्यंत्र देश के अंदर चल रहा है. जिसका उद्देश्य देश के अंदर हिंदू समाज का धर्मातरण करना और देश के मूल सांस्कृ तिक धरोहर पर कुठाराघात करना है।
इस कानून का परजोर समर्थन करता है और समस्त हिंद समाज से आहृवान करता है संत समाज व समस्त हिन्दू समाज राष्ट्रहित एवं प्राचीन हिन्द संस्कृति के लिए कि विदेशी शक्तियों के इस षड्यंत्र को समझें और धर्म स्वतंत्र विधेयक कानून का समर्थन करें।
कानून को सम्पूर्ण भारत में लागू किया जाए। अतः माननीय राष्ट्रपति महोदया भारत से निवेदन है कि धर्म स्वतंत्र विधेयक कानून को सम्पूर्ण भारत में लागू किया जाये l इस मौके पर एडवोकेट आदेश कुमार, सोमपाल प्रजापति, विपिन भटनागर, शशांक, भूपेन्द्र धारीवाल, चरणसिंह ढिल्लो, हरचरन सिंह, उमेश सैनी, विशाल भटनागर समेत अन्य कार्यकर्ता मौजूद रहे l
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