ग्रेटर नोएडा, वाईबीएन संवाददाता । वक्फ कानून के विरोध के नाम पर पश्चिम बंगाल में फैली हिंसा और हिंदू समाज पर हो रहे हमलों के खिलाफ शनिवार को विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने जिलाधिकारी कार्यालय पर प्रदर्शन किया। इस दौरान संगठन के पदाधिकारियों ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु के नाम एक ज्ञापन सौंपते हुए केंद्र सरकार से तत्काल हस्तक्षेप की मांग की।
ज्ञापन में कहा गया है कि मुर्शिदाबाद से शुरू हुई हिंसा अब पूरे बंगाल में विकराल रूप धारण कर चुकी है। मुस्लिम उन्मादी भीड़ ने हिंदुओं के घरों, दुकानों में लूटपाट और आगजनी कर सैकड़ों लोगों को घायल कर दिया, जबकि कई निर्दोष नागरिकों की हत्या कर दी गई। हिंसा के डर से सैकड़ों हिंदू परिवार पलायन को मजबूर हैं।
संगठन ने आरोप लगाया कि राज्य सरकार दंगाइयों पर कोई कार्रवाई करने के बजाय उन्हें संरक्षण दे रही है। यहां तक कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी दंगा भड़काने वाले इमामों से मुलाकात कर रही हैं, जबकि पीड़ित हिंदू समाज की सुध लेने वाला कोई नहीं है। संगठन ने केंद्र सरकार से पांच प्रमुख मांगें रखी है, जिसमें पश्चिम बंगाल में राष्ट्रपति शासन तत्काल प्रभाव से लागू किया जाए। हिंसा की जांच एनआईए से करवाई जाए और दोषियों को कड़ी सजा दी जाए। बंगाल की कानून व्यवस्था केंद्रीय सुरक्षा बलों के हवाले की जाए। रोहिंग्या और बांग्लादेशी घुसपैठियों की पहचान कर उन्हें देश से बाहर निकाला जाए। बंगाल-बांग्लादेश सीमा पर अविलंब तारबंदी का कार्य प्रारंभ किया जाए, जिसे ममता सरकार ने रोक रखा है।
संगठन का कहना है कि यदि हालात पर शीघ्र नियंत्रण नहीं किया गया तो यह हिंसा सिर्फ बंगाल तक सीमित न रहकर देश की राष्ट्रीय सुरक्षा पर गंभीर संकट बन सकती है। इस दौरान प्रांतीय अधिकारी विवेक त्रिपाठी,प्रचार टोली सदस्य, मेरठ प्रांत, जिला एवं प्रखंड कार्यकारणी के सानिध्य में जिला अध्यक्ष विनय चौधरी विश्व हिंदू परिषद ,जिला सह मंत्री- विवेक राजपूत और फतह नगर, जिला कोषाध्यक्ष रक्त मानी पाण्डेय, जिला सह प्रचार प्रमुख कपिल चौहान एवं समस्त जिला कार्यकारिणी और अमित त्यागी, दिलीप शुक्ला, सतपाल कश्यप जिले के प्रखंड से प्रखंड अधिकारी एवं कार्यकर्ताओं के साथ दुर्गा वाहिनी से जिला संयोजिका नीतू वर्मा को लेकर जिलाधिकारी गौतमबुद्ध नगर को सौंपा गया, इसमें संगठन के समस्त कार्यकर्ता मौजूद रहे।