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Noida cyber fraud: बुजुर्ग महिला से 3.29 करोड़ की ठगी में तीन गिरफ्तार, 17 लाख फ्रीज

नोएडा में बुजुर्ग महिला से साइबर ठगों ने डिजिटल अरेस्ट का डर दिखाकर 3.29 करोड़ रुपये की ठगी की। साइबर सेल ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर 17 लाख रुपये फ्रीज किए हैं।

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Dhiraj Dhillon
Noida cyber fraud mamla

Photograph: (Google)

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नोएडा, वाईबीएन डेस्क। Cybercrime in Noida: नोएडा की साइबर सेल ने एक बड़ी साइबर ठगी के मामले का खुलासा किया है। साइबर सेल ने तीन शातिरों को गिरफ्तार कर ठगी गई रकम में 17 लाख रुपये भी फ्रीज करा दिए हैं। पुलिस का आरोप है कि इन तीनों ने साइबर अपराधियों को बैंक खाते उपलब्ध कराए थे। साइबर ठगों ने एक बुजुर्ग महिला अधिवक्ता को डिजिटल अरेस्ट की धमकी देकर 3.29 करोड़ रुपये की ठगी की थी। पुलिस के मुताबिक गिरफ्तार किए गए तीनों आरोपियों में से दो दिल्ली और एक नोएडा का रहने वाला है। ADCP मनीष सिंह ने बताया कि यह वारदात 30 जून को सामने आई थी, जब पीड़िता ने साइबर सेल थाने में शिकायत दर्ज कराई।

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जानिए कैसे हुई ठगी?

Noida साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन के अनुसार, वकील हेमंतिका वही ने अपनी शिकायत में बताया था कि 10 जून को उन्हें एक कॉल आया। कॉलर ने बताया कि उनके आधार कार्ड का दुरुपयोग कर चार फर्जी बैंक खाते खोले गए हैं और इन खातों का इस्तेमाल जुआ, ब्लैकमेलिंग और अवैध हथियारों की खरीद में किया जा रहा है। इसके बाद उन्हें एक फोन नंबर दिया गया, जहां कॉल करने पर उन्हें बताया गया कि वे गंभीर अपराध में शामिल हैं। पीड़िता ने आरोप लगाया कि इसके बाद उन्हें एक नकली पुलिस स्टेशन से लगातार कॉल आने लगे और उनसे उनके बैंक खातों में जमा राशि की जानकारी ली गई। इसी बहाने से उनसे ₹3.29 करोड़ की ठगी कर ली गई। जांच में सामने आया कि ठगों ने इस ठगी के लिए अपने और दूसरों के बैंक खातों का इस्तेमाल किया। इन खातों में पहले 71 लाख और 93 लाख रुपये की राशि अलग-अलग समय पर जमा की गई थी।

बैंक खाते किराए पर लेकर दिया गया फ्रॉड को अंजाम

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ADCP मनीष सिंह ने बताया कि आरोपियों ने अपने बैंक खाते किराए पर देकर साइबर फ्रॉड को अंजाम दिया। ये खाते साइबर अपराधियों को उपलब्ध कराए गए थे, जिनका इस्तेमाल धोखाधड़ी के लिए किया गया। तीनों आरोपियों को अदालत में पेश करने के बाद न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। पुलिस अब बाकी ठगी की रकम बरामद करने के लिए जांच में जुटी है। एडीसीपी ने बताया कि कोई भी एजेंसी या पुलिस कभी डिजिटल अरेस्ट नहीं करती। कॉल पर इस तरह के झांसे में न आएं और यदि आपके साथ साइबर क्राइम से जुड़ी कोई घटना होती है तो तत्काल साइबर सेल में या फिर 1930 पर फोन करके घटना की जानकारी दें।

 cyber crime | Noida Police Commissionerate 

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