ग्रेटर नोएडा, वाईबीएन संवाददादाता। “यूथ फॉर नेशन” एनजीओ द्वारा शारदा विश्वविद्यालय में पद्मश्री सम्मानित नाटककार दया प्रकाश सिन्हा द्वारा रचित हास्य नाटक 'अपने-अपने दांव' का शानदार मंचन किया गया। भारतीय चित्र साधना ट्रस्ट के न्यासी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सक्रिय सदस्य अरुण अरोड़ा द्वारा निर्देशित, यह नाटक दर्शकों को हंसी और सोच दोनों प्रदान करने में सफल रहा।
सयुंक्त परिवार की कहानी है नाटक में
इस नाटक की कहानी, सयुंक्त परिवार की एक बुजुर्ग बुआ दादी के इर्दगिर्द घूमती है। बुआ दादी अक्षम हो चली है, लेकिन चाहती है की उसकी खूब सेवा भी हो और बढ़िया भोजन खाने को मिलता रहे। अपनी सेवा, न होने के डर से घिरी बुआ दादी, ऐसी युति लड़ाती है, की सारा परिवार उसकी सेवा में लग जाता है। इस नाटक के निर्देशक अरुण अरोड़ा भारतीय चित्र साधना ट्रस्ट के न्यासी व राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सक्रिय सदस्य है। उनके प्रयास से कलाकारों के रूप में कुछ ऐसी प्रतिभाएं भी निकल कर सामने आई जिन्होंने रसोई से मंच तक आने की पहल की।
बुआ दादी की भूमिका में अनीता शर्मा
बुआ दादी की भूमिका में अनीता शर्मा की बेहतरीन अदाकारी दर्शको को हँसाने में सफल रही, तो दिनेश शर्मा बाबू जी की भूमिका मे दब्बू पति बनकर और उनकी पत्नी की भूमिका में एकता एक तेज-तरार गृहणी के रूप में दर्शकों को बांधे रखने में सफल रहीं। रानी और हरी बाबू की भूमिका में प्रियंका और देवाशीष, काके की भूमिका में दिया शर्मा और शहँशाह के किरदार में राहुल की अदाकारी देखकर दर्शकों ने खूब ठहाके लगाए। ठहाकों के साथ-साथ, इस नाटक ने, एक गंभीर प्रश्न भी दर्शकों के समक्ष छोड़ा की क्या घर के बुजुर्ग सदस्य, जिन्होने अपना पूरा जीवन परिवार को संभालने में लगा दिया हो, उन्हे अपनी सेवा के लिए अपने उतराधिकारियों को कोई लालच देने की आवशयकता है? क्या इंसान, लालच के इतना आधीन हो चुका है, की अपनी नैतिक जिम्मेदारियां भी भूल चुका है?
आज भी प्रासांगिक है नाटक
भले ही यह नाटक कई दशकों पूर्व लिखा गया हो: लेकिन, इससे उठे ये प्रश्न, आज भी समाज में बुजुर्गो की से मेल खाते दिखते हैं।
कार्यक्रम का आरंभ दीप प्रज्वलन से हुआ। विशेष अतिथि के रूप में नाटक के रचयिता, पद्मश्री श्री दया प्रकाश सिन्हा (सेवानिवृत्त आईएएस) उपस्थित रहे। मुख्य अतिथियों में श्री नरेंद्र ठाकुर (अखिल भारतीय सह प्रचार प्रमुख, RSS), प्रो. के.जी. सुरेश (पत्रकार व मीडिया शिक्षाविद), वरिष्ठ शिक्षाविद जासिम मोहम्मद और “यूथ फॉर नेशन” के अध्यक्ष सुनील त्यागी ने अपने विचार प्रकट करते हुए, नाटक के सफल मंचन के लिए अपनी शुभकामनाएं दी। सुनील त्यागी ने बताया कि “यूथ फॉर नेशन” का उद्देश्य ललित कलाओं के माध्यम से युवाओं में राष्ट्रभक्ति और सामाजिक संवेदनशीलता जगाना है। संगठन ने ग्रेटर नोएडा में शॉर्ट फिल्म फेस्टिवल, संगोष्ठी और बंगाल 1947 जैसी फिल्मों के प्रदर्शन सफलतापूर्वक आयोजित किए हैं।