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ग्रेटर नोएडा, वाईबीएन संवाददाता।
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट जेवर को दिल्ली-हावड़ा और दिल्ली-मुंबई रेलमार्ग से जोड़ने को लेकर रेलवे मंत्रालय से मंजूरी मिल गई है। अब इसकी विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) उत्तर मध्य रेलवे बना रहा। उत्तर मध्य रेलवे ने रूट को लेकर यमुना एक्सप्रेसवे प्राधिकरण और नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट (नियाल) से सहमति मांगी है। जिस पर यमुना प्राधिकरण ने सेक्टर 5ए, 5,6,7,8 होते हुए खुर्जा से 130 मीटर चौड़ी सड़के उपर से एयरपोर्ट के दक्षिणी, उत्तरी और पूर्वी दिशा से चोला तक रेलमार्ग के रूट पर सहमति दे दी है।
डीपीआर तैयार कर रेलवे मंत्रालय को भेजेगा
पहले रेलमार्ग का रूट नोएडा एयरपोर्ट के टर्मिनल बिल्डिंग से होकर प्रस्तावित था। इससे यमुना प्राधिकरण के कई सेक्टर बीच में आ रहे थे। जिस पर यमुना प्राधिकरण और नियाल को इस रूट पर आपत्ति थी। उत्तर मध्य रेलवे प्रयागराज ने प्राधिकरण और नियाल की आपत्ति पर रेलमार्ग का नया रूट प्रस्तावित कर प्राधिकरण की सहमति मांगी। प्राधिकरण की सहमति मिलने पर उत्तर मध्य रेलवे डीपीआर तैयार कर रेलवे मंत्रालय को भेजेगा। दो नए रेलमार्ग से नोएडा एयरपोर्ट को जोड़ने पर 2350 करोड़ रूपये खर्च होगा।
दो रूट बनाए जाएंगे
यमुना प्राधिकरण ने पहले रेल मंत्रालय को नोएडा एयरपोर्ट को रेलमार्ग से जोड़ने का प्रस्ताव भेजा था। एयरपोर्ट को दिल्ली-हावड़ा और दिल्ली-मुंबई रेलमार्ग से जोड़ने पर सहमति बन गई। इसके लिए दो रूट बनाए जाएंगे और जेवर में बड़ा रेलवे स्टेशन बनाया जाएगा। इसकी डीपीआर उत्तर मध्य रेलवे प्रयागराज बना रहा। नोएडा एयरपोर्ट से प्रस्तावित रेलवे रूट के एलाइनमेंट में बदलाव किया गया है।
यात्रियों और कार्गो ढुलाई में सुविधा होगी।
तकनीकी कारणों से इसे भूमिगत न बनाकर भूमि की सतह पर बनाने का फैसला किया गया है। रेलवे ट्रैक एविएशन हब के सभी रनवे एक ओर रखते हुए दक्षिणी हिस्से से गुजरेगा। इससे यात्रियों और कार्गो ढुलाई में सुविधा होगी। यह दिल्ली-मुंबई और दिल्ली-हावड़ा रेलवे रूट को वाया नोएडा एयरपोर्ट कनेक्ट करेगा। इसे भूमिगत न बनाकर भूमि सतह पर बनाया जाएगा।
सड़क के साथ रेलवे कनेक्टिविटी भी दी जाएगी
उत्तर मध्य रेलवे, यमुना प्राधिकरण व नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट की विकासकर्ता कंपनी यमुना इंटरनेशनल एयरपोर्ट प्रा. लि. (यापल) के बीच सहमति बन चुकी है। उत्तर मुख्य रेलवे ने इसकी विस्तृत परियोजना रिपोर्ट तैयार की है। नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट को सड़क के साथ रेलवे कनेक्टिविटी भी दी जाएगी। नए रेलमार्ग के बनने से जेवर के निवासियों की दिल्ली, कोलकाता, मुंबई, हरियाणा, राजस्थान समेत तमाम राज्यों तक पहुंच आसान हो जाएगी। दिल्ली-कोलकाता रेलमार्ग के बराबर में डेडीकेटेड फ्रेट कॉरिडोर भी है। चोला रेलवे स्टेशन के पास यह प्रस्तावित नए रेलमार्ग से जुड़ जाएगा। न्यू दादरी में ईस्टर्न और वेस्टर्न डेडीकेटेड फ्रेट कॉरिडोर मिल रहे हैं।
इस तरह दोनों रेलमार्ग को जोड़ा जाएगा
दिल्ली-मुंबई रेलमार्ग से एयरपोर्ट को जोड़ने के लिए पलवल से लाइन आएगी। रेलवे इस पर पहले से काम कर रहा है। पलवल से जेवर एयरपोर्ट वाया खुर्जा चोला तक यह लाइन बनाई जाएगी। पूरा रेलमार्ग का एलाइमेंट मिलाकर पलवल से चैला तक इसकी दूरी करीब 68 किलोमीटर है। पलवल से नोएडा एयरपोर्ट 29 किलोमीटर है। नोएडा एयरपोर्ट को दिल्ली हावड़ा रेलमार्ग से जोड़ने के लिए चोला रेलवे स्टेशन तक लाइन बिछाई जाएगी। यह कॉरिडोर करीब 16 किलोमीटर का होगा। इसके बनने से एयरपोर्ट दिल्ली-हावड़ा मार्ग से जुड़ जाएगा। नोएडा एयरपोर्ट दिल्ली हावड़ा रेलमार्ग पर दो जगह चोला और खुर्जा रेलवे स्टेशन पर जुड़ेगा।
दिल्ली तक चलाई जा सकती हैं स्पेशल ट्रेन
इस रेलवे कॉरिडोर के सहारे नोएडा एयरपोर्ट से वाया चोला होते हुए आनंद विहार दिल्ली तक स्पेशल ट्रेन चलाई जा सकेंगी। दिल्ली के चारों ओर आर्बिटर रेल चलाई जानी है। यह आर्बिटर रेल भी नोएडा एयरपोर्ट के पास से होकर गुजरेगी। इसको भी जेवर में प्रस्तावित रेलवे स्टेशन से जोड़ा जाएगा।
डॉक्टर अरुणवीर सिंह, मुख्य कार्यपालक अधिकारी, यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण ने बताया कि यमुना एक्सप्रेसवे और नियाल के तरफ से इस रूट को सैद्धांतिक सहमति दे दी गई है। रेलमार्ग का एलाइनमेंट सेक्टर 5ए, 5, 6,7,8 से जेवर एयरपोर्ट दक्षिणी हिस्से तैयार किया गया है। इस एलाइनमेंट से करीब चार से पांच आवास शिफ्ट करने होंगे। प्राधिकरण प्राधिकरण से रेलमार्ग इस एलाइनमेंट को सहमति दे दी गई है।