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फाइल फोटो Photograph: (सोशल मीडिया)
प्रयागराज, वाईबीएन संवाददाता। प्रयागराज में ‘दूसरी राधा’ के नाम से चर्चित पूर्व आईजी डीके पांडा एक बार फिर साइबर अपराधियों के जाल में फंस गए। वॉट्सऐप पर भेजे गए एक लिंक पर क्लिक करने के बाद उनके यूको बैंक खाते से ठगों ने 4.32 लाख रुपये पार कर दिए। यह घटना 9 सितंबर को हुई, जिसकी एफआईआर 15 सितंबर को धूमनगंज थाने में दर्ज की गई। इसके पहले भी वह एक बार ढगी के शिकार हो चुके हैं।
खोज रहे थे टोल फ्री नंबर, संपर्क हुआ ठग से
मूल रूप से ओडिशा निवासी 1971 बैच के आईपीएस अधिकारी डीके पांडा ने 2005 में पुलिस सेवा त्यागकर ‘दूसरी राधा’ का रूप धारण कर लिया था। बाद में वर्ष 2015 में उन्होंने खुद को कृष्णानंद नाम से पुकारना शुरू कर दिया। वर्तमान में वह प्रयागराज के एडीए कॉलोनी, प्रीतमनगर में रहते हैं। पांडा ने पुलिस को बताया कि वह इंडियन बैंक, मुंडेरा शाखा का टोल-फ्री नंबर इंटरनेट पर खोज रहे थे। तभी राहुल कुमार नामक व्यक्ति ने उन्हें फोन कर खुद को बैंककर्मी बताया और मदद का भरोसा दिया। उसने वॉट्सऐप पर एक लिंक भेजा। लिंक खोलने के बाद कॉलर ने उन्हें बातचीत में उलझाए रखा और इसी बीच चार ट्रांजेक्शन के जरिये 1,95,023 रुपये, 95,008 रुपये, 98,000 रुपये और 44,012 रुपये निकाल लिए। पीड़ित ने अगले दिन, 10 सितंबर को साइबर क्राइम सेल में शिकायत दर्ज कराई थी। इसके बाद 15 सितंबर को धूमनगंज थाने में एफआईआर दर्ज की गई। मामले की जांच इंस्पेक्टर सुरेंद्र पाल सिंह को सौंपी गई है। थाना प्रभारी अमर नाथ राय ने बताया कि यह साइबर धोखाधड़ी का मामला है। पुलिस ठग के मोबाइल नंबर के आधार पर जांच कर रही है।
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