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उत्सव पैलेस में चल रही रामलीला में श्री राम-लक्ष्मण और हनुमान जी। Photograph: (वाईबीएन नेटवर्क)
रामपुर, वाईबीएन नेटवर्क। मंगलवार की रात उत्सव पैलेस रामलीला ग्राउंड ने भक्ति, कला और संस्कृति का ऐसा अद्भुत संगम देखा, जिसने हर दर्शक को आत्मिक आनंद से भर दिया। मानो अयोध्या और वृंदावन की पावन छवि एक साथ रामपुर की धरती पर उतर आई हो। देर रात तक गूंजते भजन, ऊर्जावान संवाद और “जय श्रीराम” के उद्घोष ने माहौल को दिव्य और अविस्मरणीय बना दिया।
- दीपों, भजनों और जयघोष से रामपुर बना अयोध्या-धाम
- श्रद्धा, आस्था और संस्कृति का अद्भुत समागम
- मंचन ने भाव-विभोर किए दर्शक, जय श्रीराम के नारों से गूंजा मैदान
दिन का शुभारंभ भगवान श्रीकृष्ण और सुदामा की अमर मित्रता पर आधारित मंचन से हुआ। जब द्वारकाधीश कृष्ण ने सुदामा के लाए चावलों को प्रेमपूर्वक ग्रहण कर महलों और आभूषणों का दान करना शुरू किया तो दर्शक भाव-विभोर हो उठे। रुक्मणि के समय रहते रोकने वाले प्रसंग पर तालियों की गड़गड़ाहट और आंसुओं से भीगी आंखें इस बात की गवाही दे रही थीं कि यह प्रसंग केवल मंच पर नहीं, दर्शकों के हृदयों में जीवंत हो उठा था।
शाम ढलते ही पूरा मैदान दीपमालाओं और मंत्रोच्चार से जगमगाने लगा। रात्रि 8:30 बजे वृंदावन से आए कलाकारों ने मंच संभाला और अंगद-रावण संवाद, लक्ष्मण शक्ति, कौशल्या-सुमित्रा संवाद तथा हनुमान जी की वापसी जैसे प्रसंगों का ऐसा सजीव मंचन प्रस्तुत किया कि हर दर्शक मंत्रमुग्ध रह गया। वातावरण “जय श्रीराम” के नारों और तालियों की गूंज से थर्रा उठा।
कार्यक्रम के दौरान अमर सिंह, वीरेंद्र जोली और आलोक अग्रवाल को समिति द्वारा शॉल, पुष्पगुच्छ और मोमेंटो देकर सम्मानित किया गया। समिति अध्यक्ष विष्णु शरण अग्रवाल की अगुवाई में शहर के गणमान्य नागरिकों की गरिमामयी उपस्थिति ने आयोजन को और भव्य बना दिया।
रामपुर का यह आयोजन केवल रामकथा का मंचन नहीं रहा, बल्कि यह पूरे नगर का आध्यात्मिक उत्सव बन गया। इसमें भक्ति, आस्था और संस्कृति का ऐसा अद्भुत समागम हुआ जिसने हर दर्शक के हृदय पर अमिट छाप छोड़ दी। अब यह महोत्सव नगर की धार्मिक परंपरा से आगे बढ़कर उसकी सांस्कृतिक धरोहर और सामूहिक आस्था का प्रतीक बन चुका है।
इस अवसर पर अध्यक्ष विष्णु शरण अग्रवाल, महामंत्री वीरेंद्र कुमार गर्ग, सह अध्यक्ष सुनील कुमार गोयल (सोनी ताऊ), सुभाष चन्द्र अग्रवाल (ठेकेदार), ईश्वर सरन अग्रवाल, विनोद कुमार गुप्ता (ठेकेदार), वेद प्रकाश वर्मा, अरविन्द कुमार अग्रवाल, मनोज कुमार अग्रवाल, निर्भय कुमार गर्ग, कमलेश कुमार अग्रवाल (एड.), डॉ. अजय कुमार अग्रवाल, अरुण कुमार अग्रवाल, राम प्रताप सर्राफ, अनिल कुमार चौरसिया, राजीव सरन गर्ग, विनीत कुमार अग्रवाल, शान्ति शरण राठौड़, हरिओम गुप्ता, मनोज कुमार अग्रवाल, श्रीराम अग्रवाल, रविन्द्र कुमार मिश्रा, संजय अग्रवाल और डॉ. सुमित कुमार गोयल सहित अनेक प्रतिष्ठित हस्तियां मौजूद रहीं।
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