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Rampur News: भगवान गणेश विघ्न विनाशक, तो कार्तिकेय तेजस्विता के प्रतीक: विश्वनाथ

कृष्णा विहार कालोनी में चल रही शिवपुराण का शुभारंभ पूर्व मंत्री शिवबहादुर सक्सेना ने किया। इसके बाद पंडित विश्वनाथ प्रसाद मिश्रा ने शिवपुराण में भगवान कार्तिकेय और भगवान गणेश के जन्मोत्सव एवं रूद्राक्ष की उत्पत्ति के बारे में विस्तार से बताया।

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Akhilesh Sharma
रामपुर

शिव पुराण कथा में आरती करते श्रद्धालु। Photograph: (वाईबीएन नेटवर्क)

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रामपुर, वाईबीएन नेटवर्क। पंडित विश्वनाथ प्रसाद मिश्रा ने कहा कि भगवान गणेश विघ्न विनाशक, तो भगवान कार्तिकेय साहस, युद्धकला और तेजस्विता का प्रतीक है। उन्होंने रूद्राक्ष की उत्पत्ति एवं उसे धारण करने की विधि के बारे में विस्तार से जानकारी दी। कहा कि शिवपुराण के श्रवण मात्र से मनुष्य का जीवन धन्य हो जाता है। भगवान शिव की अपार कृपा मिलती है।

कृष्णा विहार कालोनी में चल रही शिवपुराण का शुभारंभ पूर्व मंत्री शिवबहादुर सक्सेना ने किया। इसके बाद पंडित विश्वनाथ प्रसाद मिश्रा ने शिवपुराण में भगवान कार्तिकेय और भगवान गणेश के जन्मोत्सव एवं रूद्राक्ष की उत्पत्ति के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने कहा कि रूद्राक्ष की उत्पत्ति स्वयं भगवान रुद्र (शिव) के अश्रुओं से हुई थी। एक बार ब्रह्मांड की पीड़ा को देखकर भगवान शिव की आंखों से अश्रु बह निकले, और वे अश्रु धरती पर गिरकर रूद्राक्ष वृक्ष में परिवर्तित हो गए। यह वृक्ष विशेष रूप से हिमालय, नेपाल, काशी व दक्षिण भारत में पाया जाता है। इसे धारण करने से पहले रूद्राक्ष का शुद्धिकरण व प्राण-प्रतिष्ठा आवश्यक होती है। इसे गंगाजल, दूध और पंचामृत से शुद्ध कर मंत्रों के साथ अभिमंत्रित किया जाता है। इसके धारण करने से मनुष्य की मानसिक शांति व एकाग्रता में वृद्धि, नकारात्मक ऊर्जा से सुरक्षा, हृदय रोग, रक्तचाप जैसी समस्याओं में लाभकारी, आध्यात्मिक उन्नति व ध्यान में सहायता मिलती है। भगवान गणेश का जन्म माता पार्वती ने अपने उबटन से किया।

शिवजी द्वारा सिर काटे जाने के पश्चात हाथी का मस्तक लगाकर उन्हें नया जीवन दिया गया। भगवान कार्तिकेय का जन्म राक्षस तारकासुर के वध हेतु हुआ, जो शिव-पार्वती के तेज से उत्पन्न हुए। वे देवसेना के सेनापति बने। कथावाचक ने बताया कि गणेश जन्मोत्सव विघ्न विनाशक का प्रतीक है, जबकि कार्तिकेय जन्मोत्सव साहस, युद्धकला व तेजस्विता का प्रतीक है। अंत में आरती के बाद प्रसाद वितरण हुआ। इस अवसर पर विकास सक्सेना, मंगू लाल शर्मा, राकेश सरन मिश्रा, आशुतोष गुप्ता, रामौतार रसिक, अंकित शर्मा, भगत, रामदत्त शर्मा, मुरारी लाल शर्मा, अमर सक्सेना, सर्वेश बहादुर सक्सेना, सत्यप्रकाश सक्सेना, वीके जौहरी, राम जी लाल गुप्ता, अखिलेश, ओमेंद्र सिंह, मुकुल सक्सेना, रामौतार सक्सेना, प्रमोद पाण्डेय आदि उपस्थित रहे।

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