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शाहजहांपुर में सर्राफा बाजार में आभूषण देखती महिलाएं। Photograph: (वाईबीएन नेटवर्क )
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शाहजहांपुर में सर्राफा बाजार में आभूषण देखती महिलाएं। Photograph: (वाईबीएन नेटवर्क )
शाहजहांपुर, वाईबीएन संवाददाता
अक्षय तृतीया पर इस बार त्रिवेणी योग बन रहा है। 30 अप्रैल को विभिन्न अनुष्ठान होंगे वहीं पूरे शहर में बैंड-बाजा-बरात की धूम रहेगी। विवाह मुहूर्त की बड़ी तिथि होने के कारण बरातघरों में जगह नहीं बची है। इसके अलावा अक्षय तृतीया पर सोने व चांदी की खरीदारी करने के लिए लोग शुभ मुहूर्त देख रहे हैं।
पवित्र वैशाख मास में शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को अक्षय तृतीया पर्व 30 अप्रैल को मनाया जाएगा। धर्मशास्त्रों के अनुसार आखातीज को श्री विष्णु, माता लक्ष्मी और गौरी की पूजा से अक्षय पुण्य की प्राप्ति होती है। इस दिन दान-पुण्य करना और सोना खरीदना शुभ माना जाता है। यह दिन सतयुग और त्रेतायुग के आरम्भ का प्रतीक है। वहीं श्रीहरि के अवतार भगवान परशुराम का इस पावन भूमि (जलालाबाद में) पर धर्म की स्थापना के लिए अवतार अक्षय तृतीया पर ही हुआ था।
आचार्य पंडित मुकेश मिश्रा ने बताया कि 29 अप्रैल को शाम 5.32 बजे से 30 अप्रैल की दोपहर 2.25 बजे तक अक्षय तृतीया की तिथि रहेगी। उदयातिथि में 30 अप्रैल को शुभ अक्षय तृतीया मनाई जाएगी। अक्षय तृतीया को किया दान, पुण्य, जप और तप का फल कभी नष्ट नहीं होता है। हिंदू धर्म में धन, समृद्धि और सौभाग्य का प्रतीक मानी जाती है अक्षय तृतीया। इस तिथि में किए गए सभी काम सफल और सिद्ध होते हैं। इस तिथि में कोई भी शुभ काम किया जा सकता है। जैसा कि इसके नाम से ही स्पष्ट है कि अक्षय, यानी जिसका क्षय न हो या जो कभी खत्म न हो। वहीं तृतीया, यानी तीसरी तिथि।
अक्षय तृतीया पर त्रिवेणी, सर्वार्थसिद्धि योग, शोभन योग और रवि योग बन रहे हैं। यह सभी ही अद्भुत योग हैं। सर्वार्थसिद्धि योग में जो भी काम होता है। वह सिद्ध हो जाता है। शोभन योग शुभता का संकेत है और रवि योग काम में सफलता कारक है। इन योगों में पूजा, जप, तप और दान का विशेष महत्व है। इस दिन प्रभु विष्णु की आराधना और जप से अक्षय फल की प्राप्ति कर सकते हैं।
विनोद सर्राफ कहते हैं कि पिछले वर्ष सोना 71 से 76 हजार रुपये तक था। लेकिन इस बार 98500 रुपये है। अक्षय तृतीया के दिन सोना खरीदना अक्षय माना जाता है। भाव लगातार बढ़ने के बाद भी इस दिन लोग सोना खरीदते हैं। चांदी के आभूषण भी खरीदे जाते हैं। अक्षय तृतीया के दिन सोना-चांदी खरीदने की परंपरा है, लेकिन लोग अब और जागरुक हुए हैं। इस दिन खरीदारी का बजट बनाकर चलते हैं। सोना खरीदना अब घाटे का सौदा नहीं है। क्योंकि इसमें बिना जोखिम के अच्छी ग्रोथ है। कुछ लोग फैशन में 18 कैरेट सोना भी खरीदद रहे हैं।
सर्राफ रवि वर्मा कहते हैं कि सोना चांदी खरीदने के लिए यह बहुत अच्छा दिन है। लोग सोने में निवेश करने के लिए भी इसे खरीदते हैं। अक्षय तृतीया महत्व छोटी धनतेरस की तरह होता जा रहा है। इस बार भी अक्षय तृतीय पर खरीदारी का अच्छा बाजार रहेगा। लोग लाइटवेट ही सही सोने का आभूषण जरूर खरीदते हैं।
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