शाहजहांपुर, वाईबीएन संवाददाता
जनपद के कलेक्ट्रेट सभागार में जिलाधिकारी की अध्यक्षता में जिले के सभी निजी विद्यालयों के प्रबंधकों और प्रधानाचार्यों के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। इस बैठक का मुख्य उद्देश्य आरटीई (राइट टू एजुकेशन) के तहत आने वाले बच्चों के प्रवेश और महंगी प्राइवेट किताबों पर छूट देने के तरीकों पर चर्चा करना था।
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बैठक के दौरान जिलाधिकारी ने निजी विद्यालयों के प्रतिनिधियों से पूछा कि वे किस प्रकार से महंगी किताबों की समस्या से निपट सकते हैं और अभिभावकों को राहत दे सकते हैं। इस पर दून इंटरनेशनल स्कूल के डायरेक्टर डॉ. जसमीत साहनी ने एक सराहनीय पहल करते हुए घोषणा की कि वे इसी शैक्षणिक सत्र से अपने विद्यालय में सभी अभिभावकों को किताबों पर 20% की छूट देंगे।
उनके इस फैसले को सुनकर डॉन एंड डोन स्कूल के डायरेक्टर अंचल ने भी कहा कि वे समस्त अभिभावकों को तो नहीं, लेकिन आरटीई के आधे बच्चों को 20% छूट देने के लिए तैयार हैं।जिलाधिकारी ने इस विषय पर प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन को भी एक बैठक बुलाने और अन्य स्कूलों को इस योजना से जोड़ने की सलाह दी। इस पर सभी विद्यालयों ने सहमति व्यक्त की।
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शाहजहांपुर में पहली बार किताबों पर छूट:
यह पहली बार है जब शाहजहांपुर जनपद में किसी निजी विद्यालय ने महंगी किताबों की समस्या पर ध्यान देते हुए इस तरह की छूट देने की पहल की है। यदि अन्य स्कूल भी इस निर्णय को अपनाते हैं, तो यह अभिभावकों के लिए बड़ी राहत साबित हो सकता है।
अब देखने वाली बात होगी कि यह पहल कितनी कारगर होती है और अन्य विद्यालय इसे कितना अपनाते हैं। जिलाधिकारी द्वारा लिए गए इस संज्ञान से शिक्षा क्षेत्र में एक सकारात्मक बदलाव देखने को मिल सकता है।
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