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घोटाला की जानकारी मिलने पर अल्हागंज के डाकघर कार्यालय पहुंचे खाताधारक Photograph: (वाईबीएन नेटवर्क)
शाहजहांपुर वाईबीएन संवाददाता।
शाहजहांपुर जनपद के अल्हागंज डाकघर में करोडो के फर्जीवाड़े का राजफाश हुआ है। यहां कायर्रत डाककर्मी ने मिलीभगत से पासबुक पर फर्जी एंट्री से खाताधारकों की गाढी कमाई डकार ली। आक्रोशित खाताधारकों ने डाकघर पहुंचकर हंगामा किया। इसके बाद थाना पहुंचकर तहरीर दी। मामले की जानकारी पर उच्चाधिकारियों में भी खलबली मच गई है। अधीक्षक ने जांच को तीन सदस्यीय टीम गठित कर दी है। कलान तथा जलालाबाद में उन्होंने खुद जांच की। डाक निरीक्षकों को भी जांच के निर्देश दे दिए गए हैं।
घर में डाकघर स्थानांतरित कराने के बाद घोटाला का किया विस्तार
चार वर्ष पूर्व तक डाकघर अल्हागंज के मुख्य बाजार में संचालित था। डाककर्मी सूरज शुक्ला ने अधिकारियों से साठगाठ कर नगर के बाहर स्थित निजी आवास पर शिफ्ट करा लिया। यहां सूरज शुक्ला ने उप डाकपाल की मदद से बेरोकटोक फर्जीवाड़े का खेल को विस्तार दे दिया। उसने बचत खाता, एफडी, आरडी समेत विविध जमा योजनाओं में फर्जीवाडा कर खाताधारकों की गाढी कमाई हडप ली।
घोटाला के राजफाश पर खाताधारकों ने किया हंगामा
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घोटाला का राजफाश शनिवार को उस समय हुआ जब लोग अपनी पासबुक लेकर धनराशि निकालने गए। दरअसल जब खाताधारक अवधि पूरी होने पर धनराशि निकालने गए तो वहां कंप्यूटर में कोई रिकार्ड ही नहीं मिला। थोडी देर में ही यह सूचना आग की तरह फैल गई। इसके बाद डाकघर पर खाताधारकों की भीड लग गई। उन्होंने जमकर हंगामा भी किया।
इस तरह घोटाला को दिया अंजाम
डाककर्मी ने सुनियोजित तरीके से घोटाला को अंजाम दिया। इसके लिए पहले उसने डाकघर को अपने घर पर शिफ्ट कराया। प्रधान डाकघर से कोरी पासबुक हासिल की। सर्वर फेल होने की जानकारी देकर पासबुक कर जमा धनराशि की हाथ से एंट्री करने लगा। पीडितो ने बताया कि कभी-कभार कर्मचारी सूरज व उसका बेटा रसीद भी थमा देता था, लेकिन उस रसीद का भी कंप्यूटर सिस्टम में कोई डेटा नही मिला।
धोखाधडी की जानकारी पर इंटरनेट मीडिया पर गर्माया मामला
धोखाधड़ी का अहसास होने पर लोगों ने आक्रोश जताया। मामला पुलिस तक पहुंचा। इंटरनेट मीडिया पर भी मामला सुर्खियों में आ गया। लोगों ने डायल 112 पर भी शिकायत की। पुलिस ने जब आरोपित डाककर्मी को फोन किया तो मोबाइल स्विचआफ था। उसकी अनुपस्थित में पैसा जमा करने वाला उसका बेटा भी नदारद था। अब लोग फेसबुक, एक्स और व्हाट्सएप ग्रुपों पर अपना दर्द साझा कर रहे है।
डाकपाल समेत अधिकारी भी संदेह के घेरे में
अल्हागंज के डाकघर में वर्तमान में नवीन कुमार उपडाकपाल के पद पर कार्यरत हैं। उनकी नियुक्ति लगभग सात माह पूर्व हुई। इससे पहले यहां प्रशांत मोहन तीन साल तक उप डाकपाल के रूप में तैनात रहे। वर्तमान में वह जलालाबाद डाकघर में कार्यरत है। मामले में दोनों उप डाकपाल समेत डाक निरीक्षक भी संदेह के घेरे में है। लोगों का यह भी कहना है कि उच्चाधिकारी उगाही के लिए निजी चालक व कर्मचारी लेकर साथ चलते हैं, जो उगाही कर रहे हैं, यदि यह सच है, तो उच्च स्तरीय जांच से ही घोटाला तक पहुंचा जा सकेगा।
इन खाताधारकों को लगाई लाखों की चपत
हमें तो 72 लाख की लगा दी चपत : निरजेश पाठक धोखाधडी से बेहद आहत है। उन्होंने बताया कि उनकी और उनके रिश्तेदारों की कुछ पासबुक उपडाकघर में तैनात पोस्टमैन के पास ही है। उन्होंने बताया कि कई बार उनके खाते में रुपये ट्रांसफर किए। कई बार नकद भी पोस्टमैन सूरज को पैसे दिए। उन्होंने बताया कि दस अन्य रिश्तेदारों के भी खाते खोले, जिनमें लगभग 72 लाख रुपये जमा है।
1.25 लाख जमा किए रिकार्ड में धनराशि शून्यः ग्राम अशरफपुर निवासी वेदप्रकाश शुक्ला ने आपबीती सुनाई, कहा एफडी में 1.25 लाख जमा किए गए थे। जब खाता चेक कराया, तो न तो जमा राशि दिख रही है और न ही कोई विवरण। कई बार डाकघर गया, लेकिन कोई जवाब नहीं मिलता। उन्होंने अधिकारियों से है सब मिला हुआ है। -
मैंने 12 लाख की एफडी कराई, सब गायबः हरदोई जनपद के गांव कनकापुर शिवपुरी निवासी संजय कुमार बेहद परेशान हैं। उन्होंने बताया 12 लाख की एफडी कराई थी, जब पैसे निकालने गया, तो डाकपाल ने मेरी पासबुक को ही फर्जी बता दिया। अब समझ नहीं आ रहा कि किससे न्याय मांगा मांगू। इस तरह कमाई डूब जाएगी, कभी नहीं न था, उन्होंने अधिकारियों की मिलीभगत की संभावना जताई।
क्या बोले डाक अधीक्षक
मामला गंभीर हैं। प्रथम दृश्टया संविदा डाककर्मी सूरज शुक्ला के द्वारा गडबडी की जानकारी मिली है। क्षेत्र के निरीक्षक अमर पाल, शिकायत निरीक्षक रजत कुमार व विजय गौतम को टीम में शामिल कर जांच सौंपी गई है। जांच में सभी पहलुओं को देखा जाएगा। जांच रिपोर्ट के आधार पर दोषियों के खिलाफ कडी कार्रवाई की जाएगी।राजेश शर्मा, डाक अधीक्षक
तहरीर मिल गई, जांच की जा रही
डाकघर घोटाले की तहरीर प्राप्त हो चुकी है। मामला वित्तीय प्रकृति का है, इस कारण गंभीरता से जांच की जा रही है। संबंधित विभाग से भी प्रकरण में आख्या मांगी गई है। जांच के बाद जो तथ्य सामने आएंगे, उनके आधार पर विधिक कार्रवाई की जाएगी। उच्चाधिकारियों को भी अवगत करा दिया गया है।ओमप्रकाश- थानाध्यक्ष
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