Advertisment

आदेश के बाद भी पंचायत सहायक को ज्वाइन नहीं करा रहे प्रधान, रिश्वत न देने पर उत्पीडन का आरोप

एडीएम पर प्रधान भारी पड रहा है। ज्वाइनिंग आदेश के बावजूद ग्राम पंचायत मल्हपुर के लिए चयनित पंचायत सहायक के अनुबंध पर प्रधान हस्ताक्षर नहीं कर रहे। पीडित ने प्रधान पर 20 हजार रुपये न देने पर उत्पीड़न का आरोप लगाया है,। प्रधान आरोप की निराधार बता रहे हैं।

author-image
Ambrish Nayak
प्रभारी डीपीआरओ व एडीएम वित्त एवं राजस्व की ओर से जारी आदेश व शिकायती पत्र

प्रभारी डीपीआरओ व एडीएम वित्त एवं राजस्व की ओर से जारी आदेश व शिकायती पत्र Photograph: (वाईबीएन नेटवर्क)

शाहजहांपुर, वाईबीएन संवाददाता : कांट ब्लाक की ग्राम पंचायत मल्हपुर में पंचायत सहायक पर नियुक्ति को लेकर आरोप प्रत्यारोप का दौर चल रहा है। वरीयता सूची में प्रथम स्थान के लिए चयनित अपूर्वा को योगदान कराए जाने के लिए प्रभारी डीपीआरओ व अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व भी आदेश कर चुके हैं, लेकिन ग्राम प्रधान की ओर से अनुबंध पर हस्ताक्षर न किए जाने से अभी तक पेंच फंसा है। मामले में चयनित पंचायत सहायक ने प्रधान पर रिश्वत न देने पर योगदान न कराए जाने का आरोप लगाया है। जबकि प्रधान आरोपों से इन्कार कर रहे हैं। 

इसलिए पंचायत सहायक नहीं बन पा रही अपूर्वा

ग्राम पंचायत मल्हपुर निवासी अपूर्वा का सूची में प्रथम स्थान मिलने के कारण पंचायत सहायक पद पर चयन किया गया। शासनादेश के अनुसार अनुबंध पत्र पर ग्राम प्रधान के हस्ताक्षर के बाद ही पंचायत सहायक पर पर नियुक्ति हो सकती है। अपूर्वा का आरोप है कि ग्राम प्रधान अनुराग मिश्रा 20 हजार रुपये मांग रहे थे, असमर्थता जताने पर वह अनुबंध पत्र पर हस्ताक्षर नहीं कर रहे हैं। 

सीडीओ व एडीएम से शिकायत, पति की जान को बताया खतरा

पंचायत सहायक के लिए चयनित अपूर्वा ने मुख्य विकास अधिकारी डा अपराजिता सिंह को भेजे पत्र में ग्राम प्रधान पर पर रिश्वत के आरोप के साथ ही वरीयता सूची में दूसरे स्थान के अभ्यार्थी को लाभ पहुंचाने का आरोप लगाया है।  अपूर्वा ने पति अश्वनी कुमार की जान काे खतरा भी बताया है। उन्होंने सीडीओ से निष्पक्ष जांच पति की सुरक्षा की मांग की है।

वर्जन 

एडीएम व प्रभारी डीपीआरओ की ओर से जारी पंचायत सहायक की ज्वाइनिंग संबंधी आदेश मिल चुका है। अपूर्वा को पंचायत सहायक के पद पर ज्वाइन कराने को तैयार हूं, लेकिन वह अभी तक मिली ही नहीं। पंचायत सचिव से बैठक बुलाने को कहा गया है। बैठक में ही अनुबंध पत्र पर हस्ताक्षर कर दिए जाएंगे। रिश्वत मांगने का आरोप निराधार है। सच तो यह है कि पंचायत सहायक अपूर्वा के पति ने दूसरे क्रम पर चयनित अभ्यर्थी को लाभ पहुंचाने के लिए रिश्वत मांगी थी। - अनुराग मिश्रा, ग्राम प्रधान 

वर्जन 

Advertisment

मैं कई बार ग्राम प्रधान से ज्वाइनिंग के लिए मिली। उन्होंने अनुबंध पत्र पर हस्ताक्षर से मना कर दिया। इस कारण डीपीआरओ, सीडीओ समेत उच्चाधिकारियों से शिकायत की। हमारे साथ अन्याय हो रहा है। पति की जान को भी खतरा बढ रहा है। - अपूर्वा, चयनित पंचायत सहायक अभ्यर्थी 

यह भी पढें

शाहजहांपुर में बाढ़ का कहर, 117 गांव डूबे, हजारों लोग प्रभावित, 38 लाख कीमत की उगी फसल बर्बाद, मंत्री ने दौरा कर दिलाया मुआवजे का भरोसा

FIR:प्रधान की जूते, चप्‍पलों से पिटाई करने वाले पंचायत सहायक समेत चार पर मुकदमा, दूसरे पक्ष की तहरीर पर कार्रवाई नहीं

Advertisment

BRICS समिट में जयशंकर ने कहा टैरिफ को लेकर देशों में एकजुटता सबसे जरूरी

तत्कालीन डीपीआरओ ने बिना टेंडर के दिये थे साइन बोर्ड लगाने के आदेश... सामने आया घपला

Advertisment
Advertisment