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शाहजहांपुर में पूर्व सैनिकों की बैठक, शस्त्र लाइसेंस व गृहकर माफी सहित उठीं कई मांगें

शाहजहांपुर के नवादा इन्देपुर में पूर्व सैनिक संयुक्त संगठन की बैठक हुई। इसमें शस्त्र लाइसेंस गृह जनपद में दर्ज करने, गृहकर माफी, टोल प्लाजा पर अभद्र व्यवहार और प्रशासन की उपेक्षा जैसे मुद्दों पर चर्चा की गई।

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Ambrish Nayak
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Photograph: (वाईबीएन नेटवर्क)

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शाहजहांपुर वाईबीएन संवाददाता। पूर्व सैनिक संयुक्त संगठन उत्तर प्रदेश की बैठक शनिवार को नवादा इन्देपुर स्थित सूबे मेजर एम.एम. वर्मा (प्रदेश उपाध्यक्ष) के आवास एवं क्षेत्रीय कार्यालय सभागार में संपन्न हुई। बैठक की अध्यक्षता सूबे मेजर एम.एम. वर्मा ने की तथा संचालन सूबे मेजर मृदुल कुमार मिश्र (सचिव व कानूनी सलाहकार) ने किया।

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Photograph: (वाईबीएन नेटवर्क)

शस्त्र लाइसेंस को गृह जनपद में दर्ज करने की मांग

पूर्व सैनिकों ने कहा कि सेवा के दौरान जिन शस्त्र लाइसेंसों को कड़ी जांच प्रक्रिया और लंबी प्रशासनिक कार्यवाही के बाद मंजूरी दी जाती है, उन्हें सैनिकों के गृह जनपद में दर्ज करने की व्यवस्था होनी चाहिए। फिलहाल कई सैनिकों को अलग-अलग राज्यों में बने लाइसेंस को गृह जनपद में मान्यता दिलाने के लिए अनावश्यक दौड़भाग करनी पड़ रही है। बैठक में सर्वसम्मति से इस मांग को प्राथमिकता देने का निर्णय लिया गया।

नगर निगम व नगर पालिकाओं में गृहकर माफी की आवश्यकता

बैठक में यह मुद्दा भी उठाया गया कि पूर्व सैनिकों के लिए गृहकर माफी की व्यवस्था होनी चाहिए। वक्ताओं का कहना था कि सैनिक अपने जीवन का सबसे महत्वपूर्ण समय देश की सेवा में लगाते हैं। ऐसे में सरकार और स्थानीय निकायों को उनके लिए गृहकर माफ कर राहत देनी चाहिए। संगठन ने इस मामले को सरकार के समक्ष रखने का भी निर्णय लिया।

टोल प्लाजा पर अभद्र व्यवहार को लेकर नाराज़गी

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बैठक में पूर्व सैनिकों ने टोल प्लाजा पर आए दिन होने वाली घटनाओं पर रोष व्यक्त किया। उनका कहना था कि कई बार सैनिकों और पूर्व सैनिकों के साथ सम्मानजनक व्यवहार नहीं किया जाता। अभद्र भाषा का प्रयोग किया जाता है और उनकी सेवा पहचान की अनदेखी की जाती है। संगठन ने साफ कहा कि भविष्य में यदि ऐसी घटनाएं दोहराई जाती हैं तो सामूहिक आंदोलन के लिए पूर्व सैनिक बाध्य होंगे।

जिला प्रशासन के रवैये से पूर्व सैनिक आहत

पूर्व सैनिकों ने आरोप लगाया कि जिला प्रशासन उनकी समस्याओं को गंभीरता से नहीं ले रहा है। बार-बार शिकायत और ज्ञापन देने के बावजूद समाधान नहीं हो पा रहा। वक्ताओं ने कहा कि यह उपेक्षा पूर्व सैनिकों के मनोबल को आहत करती है। बैठक में प्रशासन से तत्काल संवाद स्थापित करने और लंबित समस्याओं का समाधान करने की मांग रखी गई।

बड़ी संख्या में पूर्व सैनिकों ने दिया योगदान

बैठक में संगठन के क्षेत्रीय अध्यक्ष सूबे मेजर दिनेश अवस्थी, जिलाध्यक्ष सूबे मेजर जगन्नाथ प्रसाद, वयोवृद्ध कैप्टन रामदास सिंह, कैप्टन विनोद सिंह, वेटेरन बी.आर. पाल, वेट. ओमकार वर्मा, वेट. बी.पी. सिंह, वेट. वीरेंद्र शुक्ल, वेट. अनूप कुमार, वेट. आर.बी. शर्मा, वेट. रमेश कनौजिया और वेट. भानु प्रताप समेत कई पूर्व सैनिकों ने सक्रिय भागीदारी की। सभी ने अपने-अपने विचार रखे और संगठन को मजबूत करने का आह्वान किया।

मान-सम्मान की रक्षा को लिया संकल्प

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बैठक के अंत में सर्वसम्मति से यह निर्णय लिया गया कि वीर नारियों और पूर्व सैनिकों के मान-सम्मान की रक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता होगी। संगठन ने साफ कहा कि यदि किसी पूर्व सैनिक या वीर नारी के साथ अभद्र व्यवहार होता है तो जिले के साथ-साथ आसपास के जनपदों के पूर्व सैनिक भी संघर्ष में उतरेंगे। हालांकि, पूर्व सैनिकों ने यह भी आश्वासन दिया कि जिला प्रशासन के साथ सहयोग करने में वे कभी पीछे नहीं हटेंगे और समाजहित के कार्यों में बढ़-चढ़कर भाग लेंगे।

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