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Photograph: (वाईबीएन NETWRK)
शाहजहांपुर वाईबीएन संवाददाता । खरीफ की फसल का समय है। किसान अपने खेतों को तैयार करने और बुवाई के लिए जुटे हुए हैं, लेकिन यूरिया और डीएपी खाद की भारी किल्लत ने किसानों की नींद उड़ा दी है। जिले के सरकारी केंद्रों पर खाद पाने के लिए सुबह से ही लंबी कतारें लग रही हैं। कई किसान घंटों इंतजार के बाद भी खाली हाथ लौटने को मजबूर हैं। एक तरफ किसान परेशान हैं वहीं दूसरी ओर जिला कृषि विभाग की रिपोर्ट कहती है कि खाद की पर्याप्त उपलब्धता है और इसका लगातार वितरण भी हो रहा है। इस विरोधाभास ने प्रशासन पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
कागजों में खाद की भरमार, पर जमीनी हालात कुछ और
जिला कृषि अधिकारी की RIPORT 10 जुलाई 2025 तक जारी रिपोर्ट के अनुसार, जिले में कुल 1,32,391 टन उर्वरक उपलब्ध है जिसमें से 74,943 टन का वितरण हो चुका है। यानी करीब 57,448 टन खाद अब भी गोदामों में मौजूद बताई जा रही है।
उर्वरक लक्ष्य (टन) उपलब्धता वितरण अवशेष
यूरिया 1,15,408 87,089 49,300 37,789
डीएपी 22,993 15,865 11,190 4,675
एनपीके 5,670 13,906 5,798 8,108
एमओपी 3,690 3,176 1,729 1,447
एसएसपी 10,139 12,355 6,926 5,429
तो फिर खाद किसानों को क्यों नहीं मिल रही
यह बड़ा सवाल है। सरकारी रिपोर्टों के मुताबिक यूरिया और डीएपी का भरपूर स्टॉक है मगर खेतों तक खाद नहीं पहुंच पा रही। सरकारी आंकड़े कहते हैं कि सहकारी समितियों को 41,304 टन यूरिया की आपूर्ति हुई जिसमें से 35,335 टन बांट दी गई जबकि निजी क्षेत्र में 89,948 टन यूरिया दर्शाया गया लेकिन वितरण केवल 56,309 टन रहा। आंकड़ों के अनुसार यूरिया सबसे ज्यादा उपलब्ध है, और वितरण भी अधिक हुआ है, लेकिन जमीनी स्थिति इन आंकड़ों से मेल नहीं खा रही।
बफर स्टॉक और कालाबाजारी का आरोप
किसान बोले - लाइन में लगो, फिर भी मिलना तय नहीं
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ये पहला साल नहीं है, हर साल यही नौटंकी होती है। गोदामों में यूरिया डंप करके रखी जाती है और प्राइवेट में धीरे-धीरे ऊंचे रेट पर बेची जाती है। सहकारी समितियों की हालत तो भगवान ही जानें। खाद का भी राशन कार्ड बनवा दो, तभी मिल सकेगा। वरना हम किसान बस लाइन में लगते रहेंगे, और गोदाम वाले बयान देते रहेंगे। करुणासिंधु वाजपेई गांव जुझारपुर ,पुवायां
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खेत में नमी है खाद मिल जाती तो बुवाई कर लेता लेकिन अब सूखने लगा है। खाद के बिना मेहनत बेकार है। अफसर बस मीटिंग कर रहे हैं, जमीन पर उतरें तो समझ में आए दर्द क्या है। रामप्रताप यादव, जलालाबाद
जिला कृषि अधिकारी बोले खाद की कोई किल्लत नहीं
जिला कृषि अधिकारी विकास किशोर ने खाद की किल्लत से पूरी तरह इन्कार किया है। कहा कि 2400 एमटी इफको की रैक आ गई है, जो सहकारी समितियों पर भेजी जा रही है। पहले से भी पर्याप्त खाद है। उन्होंने किसानों से जोत के सापेक्ष ही खाद लेने की अपेक्षा की है, कहा कि खाद का भंडारण न करें, जनपद में खाद की कोई कमी नहीं है।