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155 साल में पहली बार जिला कारागार में रामलीला का मंचन, तनाव, अवसाद भूल भक्तिभाव में डूबे कैदी

1870 में स्थापित शाहजहांपुर जेल में पहली बार रामलीला मंचन हुआ। इस अनूठे आयोजन को देख कैदी कुछ पल के लिए तनाव- अवसाद से मुक्त होकर भक्तिभाव में डूब गए। सीता स्वयंवर एवं परशुराम लक्ष्मण संवाद से कलाकारों ने मनमोह लिया। जेल अधीक्षक ने उन्हें सम्मानित किया।

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Narendra Yadav
जिला कारागार में रामलीला मंचन करते नवचेतना कला परिषद के कलाकार

जिला कारागार में रामलीला मंचन करते नवचेतना कला परिषद के कलाकार Photograph: (कारागार प्रशासन )

 शाहजहांपुर, वाईबीएन संवाददाताः  जिला कारागार में गुरुवार को नया इतिहास रचा गया। 155 साल में पहली बार यहां भव्य रामलीला का मंचन किया गया। इस अनूठे आयोजन के साक्षी बने कैदियों के साथ शहर के प्रबुद्ध नागरिक। इस दौरान कलाकारों ने सीता स्वयंवर में परशुराम लक्ष्मण संवाद का रोमांचकारी व भावपूर्ण मंचन किया गया। 

शाहजहांपुर जेल की स्थापना सन 1870 में ब्रिटिश काल के दौरान हुई थी। तबसे अब तक कभी यहां रामलीला का मंचन नहीं हुआ, जबकि जेल के बायी ओर मैदान में नवचेतना कला परिषद के कलाकार रामलीला का मंचन किया करते हैं। परिषद के कालाकारों ने यहां दिन में बंदियों के स्वस्थ्य मनोरंजन व उन्हें तनाव और अवसाद से दूर रखने के उद्देश्य से रामलीला की सीता स्वयंवर एवं परशुराम लक्ष्मण संवाद  लीला का प्रभावी मंचन कर मन मोह लिया। पहली बार आयोजित लीला को देख कैदी भी कुछ पल के लिए तनाव अवसाद को भूल भक्तिभाव में डूब गए। 

जेल अधीक्षक समेत जन प्रतिनिधियों ने किया सम्मानित 

जेल में धनुष भंग लीला मंचन के दौरान परशुराम लक्ष्मण संवाद का दृश्य
जेल में धनुष भंग लीला मंचन के दौरान परशुराम लक्ष्मण संवाद का दृश्य Photograph: (कारागार प्रशासन )

आदर्श दिव्यांग कल्याण समिति के अध्यक्ष हरि शरण बाजपेई व नीरज बाजपेई के के प्रयास पर नवचेतना कला परिषद के कलाकारों ने लीला मंचन किया। सीता स्वयंवर एवं परशुराम लक्ष्मण संवाद एवं धनुष भंग की कथा के दौरान वातावरण जयश्रीराम के जयघोष से गुंजायमान हो उठा। इस दौरान कलाकारों की प्रस्तुति देखने लायक थी।
वरिष्ठ जेल अधीक्षक मिजाजी लाल ने मंचन के बाद सभी कलाकारों एवं व्यवस्थापकों को सम्मानित किया।

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कारागार के अंदर मंचन की हर किसी ने की सराहना

सीता स्वयंवर लीला के दौरान कलाकारों का अभिनंदन करते जेल अधीक्षक मिजाजी लाल यादव
सीता स्वयंवर लीला के दौरान कलाकारों का अभिनंदन करते जेल अधीक्षक मिजाजी लाल यादव Photograph: (कारागार प्रशासन )

जेल के अंदर रामलीला मंचन देखकर के सभी बंदियों के चेहरे खिले हुए थे। दरअसल इन दिनों गांव एवं शहरों में रामलीला का मंचन चल रहा है, जो व्यक्ति जेल में बंद है उन्हें रामलीला देखने का सौभाग्य प्राप्त नहीं हो रहा था। ऐसी स्थिति में कारागर के अंदर रामलीला का मंचन करा कर उन्हें यह आनंद के सागर में गोते लगाने का  सौभाग्य प्रदान करने के लिए हर किसी ने जेल अधीक्षक मिजाजी लाल यादव की सराहना की ।

यह विशिष्टजन रहे मौजूद 

जेल में सीता स्वयंवर लीला के दौरान धनुष को प्रणाम करते प्रभु श्रीराम
जेल में सीता स्वयंवर लीला के दौरान धनुष को प्रणाम करते प्रभु श्रीराम Photograph: (जिला कारागार)
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इस अवसर पर विधायक सलोना कुशवाहा, पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष वीरेंद्र पाल सिंह यादव, ग्रुप कैप्टन पीके गुप्ता आदि ने कहा कि जबसे मिजाजी लाल यादव ने जेल अधीक्षक का दायित्व संभाला, जेल का माहौल ही बदल गया। बंदियों का ख्याल रखने के साथ ही गरीब और जरूरतमंदों की  हर संभव मदद का भी कर उनका भी दिल जीत लिया। इस अवसर पर विविध संस्थाओं के समाजसेवी भी मौजूद रहे। 

जिला कारागार में रामलीला मंचन के दौरान उपस्थित कैदी
जिला कारागार में रामलीला मंचन के दौरान उपस्थित कैदी Photograph: (कारागार प्रशासन)

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