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fraud ः अभिभावकों के नाम, खाते बदल हडप लिए 16 लाख, जानिए क्या है पूरा मामला

आर्थिक रूप से कमजोर बच्चों की पढ़ाई के लिए सरकार 10-10 हजार सालाना की मदद भेज रही थी, लेकिन स्कूल प्रबंधक ने पूरी धनराशि हड़प ली। भ्रष्टाचार के इस मामले में अब आक्सफोर्ड पब्लिक स्कूल व आदर्श विद्या मंदिर के प्रबंधक के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज हुई है।

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Narendra Yadav
बीएसए कार्यालय के बाहर प्रदर्शन करते विद्यार्थी

बीएसए कार्यालय के बाहर प्रदर्शन करते विद्यार्थी Photograph: (वाईबीएन नेटवर्क)

शाहजहांपुर, वाईबीएन संवाददाताः वृद्धावस्था पेंशन फर्जीवाडा की तर्ज पर शिक्षा विभाग में भी घपला हो रहा है। अद्यतन मामला है कलान क्षेत्र का। यहां के दो स्कूल के प्रबंधक ने सरकार की ओर से भेजी गई धनराशि खाता नंबर बदलकर अपने चहेतों के नाम भिजवाकर बंदरबांट कर लिया। राजफाश होने पर अब प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। 

निश्शुल्क एवं बाल शिक्षा अधिकार अधिनियम (आरटीई) के तहत आर्थिक रूप से कमजोर बच्चों के लिए निजी स्कूलों में 25 प्रतिशत सीटें आरक्षित की जाती हैं। सरकार इन बच्चों की शुल्क प्रतिपूर्ति स्कूल प्रबंधन के खाते में भेजती है। जिससे विद्यार्थी यूनिफार्म आदि की खरीददारी करते हैं। आक्सफोर्ड कांवेंट पब्लिक स्कूल, कलान में स्टेशनरी आदि के लिए आरटीई के तहत प्रवेशित बच्चों के लिए 10-10 हजार रुपये प्रतिवर्ष की दर से भेजे गए लेकिन कलान स्थित आक्सफोर्ड पब्लिक स्कूल व आदर्श बाल विद्या मंदिर स्कूल के प्रबंधक मुकेश कुमार ने इसमें फर्जीवाड़ा कर दिया।

अभिभावक कमलेश कुमार ने किया राजफाश, हमारे हडप लिए 1.30 लाख 

कलान निवासी कमलेश कुमार ने आरटीई के तहत किए जा रहे भ्रष्टाचार का राजफाश किया है। बीएसए समेत अधिकारियों को दिए गए प्रार्थना पत्र में बताया कि उन्होंने आरटीई के तहत तीन बच्चों का आक्सफोर्ड कांवेंट पब्लिक स्कूल, कलान में प्रवेश दिलाया था। बताया कि बेटी सीटू देवी कक्षा एक से आठ तक पढी। दीपक कुमार ने कक्षा एक से कक्षा छह तक पढाई कर ली, अब वह सातवें में है। अविनाश कुमार कक्षा एक से कक्षा छह तक पढ चुका है। आरटीई के तहत अभी तक तीनों का एक लाख 30 लाख रुपया अब तक मिलना चाहिए था, लेकिन प्रबंधक ने पत्नी शीतला देवी की जगह अपनी बुआ की बेटी जुल्फा का खाता दर्ज कर बंदरबांट कर लिया। बताया कि इस तरह लगभग 16 लाख 24 हजार का फर्जीवाडा किया गया है। 

जांच रिपोर्ट में पुष्टि, फिर भी एफआइआर में हुई देरी 

अभिभावक कमलेश कुमार की शिकायत पर बीएसए दिव्या गुप्ता ने संयुक्त टीम गठित कर जांच कराई। खंड शिक्षा  मुख्यालय सुरेंद्र कुमार मौर्य, नगर शिक्षा अधिकारी नगेंद्र सिंह, निगोही बीईओ रमेश पंकज तथा मदनापुर खंड शिक्षा अधिकारी नीरज कुमार ने गत माह जांच की, लेकिन कार्रवाई न होने पर जब अभिभावक कमलेश कुमार बीएसए कार्यालय के बाहर धरने पर बेठे तब थाना कलान में एफआइआर दर्ज कराई गई। 

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टीम की पडताल में आरोपों की पुष्टि 

जांच टीम ने पडताल में अभिभावकों के खाते बदलकर फर्जीवाड़ा किए जाने के राजफाश हुआ है। चालू शिक्षण सत्र में 38 विद्यार्थियों के अभिभावकों के नाम में हेराफेरी पकड़ी गई। कोषागार से मिले विवरण के अनुसार भी  स्कूल प्रबंधक की ओर से 16.24 लाख रुपये के घपले की पुष्टि हुई। नतीजतन प्रबंधक मुकेश कुमार के विरुद्ध धोखाधड़ी, जालसाजी, जाली अभिलेख बनाना व इनका धोखाधड़ी आदि धाराओं में मुकदमा पंजीकृत कराया गया। 

बीएसए बोली मामला गंभीर, प्राथमिकी दर्ज करा दी, अब रिकवरी 

बीएसए दिव्या गुप्ता का कहना है कि अभिभावक कमलेश कुमार की शिकायत पर जांच कराई गई। जांच टीम की संस्तुति पर प्रबंधक व प्रधानाचार्य मुकेश कुमार के नाम प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। उन्होंने बताया रिकवरी की भी प्रक्रिया शुरु कर दी गई है। 

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