मिनी कुंभ: माघ पूर्णिमा पर ढाई घाट रामनगरिया में लाखों ने श्रद्धालुओं ने लगाई आस्था की डुबकी
माघ पूर्णिमा पर्व को जिलेभर में श्रद्धाके साथ धूमधाम से मनाया गया। इस दौरान गंगा के रामनगरिया ढाई घाट पर लाखों भक्तों ने आस्था की डुबकी लगाकर गंगा का पूजन किया। मिनी कुंभ कहे जाने वाले ढाई घाट पर तड़के से लेकर शाम तक हवन, पूजन व कीर्तन भजन का क्रम चला।
माघ पूर्णिमा पर्व पर जिले में श्रद्धा भक्ति की बयार बह उठी। श्रद्धालुओं ने पवित्र स्नान के साथ दान पुण्य किया। जनपद में मिनी कुंभ के नाम से विख्यात रामनगरिया ढाई घाट पर बुधवार को लाखों भक्तों ने आस्था की डुबकी लगाकर पतित पावनी मां गंगा का पूजन किया और मोक्ष की कामना की। देवहुति गर्रा, रामगंगा, बहगुल, गोमती में भी भक्तों ने डुबकी लगाई। इस दौरान ढाई घट्ट गंगा तट से लेकर ढाई गाँव तक जाम लगा रहा।
कलान तहसील क्षेत्र क ढाई गाँव से पाँच किमी दूर राम नगरिया गंगा तट पर श्रद्धालुओं ने स्नान के बाद हवन, पूजन किया। भजन ,कीर्तन के साथ भंडारे का भी आयोजन किया गया। स्नान का क्रम तड़के ब्रह्म मुहूर्त से ही शुरू हो गया था । श्रद्धालु हरहर गंगे, हरे राम हरे कृष्ण का कीर्तन करते हुए डुबकी लगाते दिखाई दिए। जहां महिलाओं और बच्चों में गंगा-स्नान का उत्साह देखते ही बन रहा था । बुजुर्गों को कांधे पर बिठाकर स्नान करने पहुंचे कुछ युवक मातृ पितृ देवो भव की संस्कृति को चरितार्थ करते दिखे ।
स्नान के बाद भोजन करते श्रद्धालु Photograph: (बाईवीएन नेटवर्क )
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धार्मिक अनुष्ठानों में हुए आस्था के दर्शन
स्नान के बाद श्रद्धालु परिवार सहित गंगा किनारे भजन कीर्तन स्नान ध्यान और सत्यनारायण पूजन करते दिखाई दिए। कुछ लोग छोटे बच्चों के मुंडन, और यज्ञोपवीत भी करते दिखाई दिए। हालांकि प्रशासन ने मेले की चुस्त-दुरुस्त व्यवस्था करने की पूरी कोशिश की थी किंतु भीड़ अधिक होने के कारण कुछ स्थानों पर जाम जैसी स्थिति पैदा हो रही थी ।
रामनगरिया मेला में खरीदारी करते श्रद्धालु Photograph: (बाईवीएन नेटवर्क )
मेला में खरीदारी और चाट पकौड़ी का रहा उत्साह
मेले में स्नान के बाद बच्चों महिलाओं और युवाओं में मेले में बिकने वाले व्यंजनों चाट पकौड़ी, मिठाई, भेलपुरी और गोलगप्पे के स्वाद चखने के लिए उत्साह देखा गया। महिलाएं घरेलू सामान दैनिक उपयोगी वस्तुओं की दुकानों पर जमी दिखाई दीं। अनेक स्थानों पर चल रहे भंडारे में भी श्रद्धालु लंगर छकते दिखाई दिए। माघी पूर्णिमा के अवसर पर जनपद के अन्य स्थानों पर गर्रा नदी, खन्नौत, देवहा नदी में भक्तों ने स्नान कर देवमदिरों में दर्शन किए प्रसाद चढ़ाया और सुख समृद्धि की कामना कमना की।
धार्मिक मान्यता के अनुसार पूर्णिमा पर गंगा स्नान के बाद देव पूजन करने से सुख ,समृद्धि के साथ मानसिक शांति मिलती है और आत्मिक व आध्यात्मिक विकास होता है । माना जाता है कि पूर्णिमा पर गंगा या किसी अन्य नदी के किनारे भगवान विष्णु और देवी लक्ष्मी का पूजन करने से सुख समृद्धि और देवी देवताओं का विशेष आशीर्वाद प्राप्त होता है। सत्यनारायण व्रत करके यज्ञ करने वाले की सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं।