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Photograph: (वाईबीएन नेटवर्क)
शाहजहांपुर वाईबीएन संवाददाता।जनपद में परिषदीय स्कूलों के विलय की योजना पर अब आंशिक विराम लग गया है। प्रारंभिक योजना के तहत जिले के 432 स्कूलों को एकीकृत करने का प्रस्ताव था, लेकिन जन विरोध, जनप्रतिनिधियों की सक्रियता और शिक्षक संगठनों के विरोध के बाद प्रशासन को पुनर्विचार करना पड़ा। ताजा निर्णय के अनुसार अब केवल 125 स्कूलों का ही विलय किया जाएगा, जबकि शेष 307 स्कूलों को पुनः उनके पुराने भवनों में संचालित किया जाएगा।
इस प्रक्रिया की शुरुआत उस समय हुई जब 40 से कम छात्र संख्या वाले स्कूलों को चिन्हित कर विलय की योजना बनाई गई। इसके बाद 50 से कम नामांकन वाले स्कूल भी सूची में शामिल कर लिए गए। हालांकि, जैसे ही गांवों के स्कूलों के विलय की सूचना फैली, ग्रामीणों में आक्रोश फैल गया। लोग अपने बच्चों की शिक्षा प्रभावित होने की चिंता से आंदोलन पर उतर आए और कई स्थानों पर अधिकारियों को ज्ञापन भी सौंपे गए। शिक्षक संगठनों ने भी इस निर्णय का पुरजोर विरोध किया।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पूरे मामले का संज्ञान लेते हुए पुनः जांच कराने के निर्देश दिए। इसके बाद खंड शिक्षा अधिकारियों (BEO) से रिपोर्ट मंगाई गई और नई गाइडलाइन्स के तहत जिन स्कूलों में 50 या उससे अधिक छात्र हैं और जो एक किलोमीटर से अधिक दूरी पर स्थित हैं, उन्हें विलय से बाहर रखा गया।
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जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी (BSA) दिव्या गुप्ता ने जानकारी दी कि संशोधित रिपोर्ट के आधार पर केवल 125 स्कूलों का ही अब विलय किया जाएगा। शेष 307 स्कूलों को पुनः पुराने भवनों में शिक्षण कार्य के लिए खोल दिया जाएगा। इस निर्णय से ग्रामीणों में राहत और बच्चों के उज्जवल भविष्य की उम्मीदें फिर से जाग गई हैं।
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