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नदी संरक्षणः हजार हाथ – भैंसी के साथ ... घोष के साथ नदी किनारे डीएम समेत ग्रामीणों ने रोपे 40 हजार पौधे

भैंसी नदी को पुनर्जीवित करने के बाद डीएम ने दोनों किनारो पर पौधारोपण शुरु करा दिया है। शुक्रवार को उन्होंने पूजा अर्चना के साथ पौधे लगाए। बडी संख्या में ग्रामीणों ने भी साथ दिया। कुल यहां 40 हजार पौधे लगाने का लक्ष्य नियत किाय गया है।

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Narendra Yadav
भैंसी नदी के किनारे पौधारोपण करते डीएम व लोकभारती के राष्ट्ीय उपाध्यक्ष डा विजय पाठक

भैंसी नदी के किनारे पौधारोपण करते डीएम व लोकभारती के राष्ट्ीय उपाध्यक्ष डा विजय पाठक Photograph: (वाईबीएन नेटवर्क)

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शाहजहांपुर, वाईबीएन संवाददाता। 

एक जनपद–एक नदी अंतर्गत प्रशासन ने भैंसी नदी को नया जीवन देने के बाद दोनों किनारों पर वृहद वृक्षारोपण शुरू कर दिया है। शुक्रवार को डीएम समेत अधिकारियों व लोकभारती के स्वयंसेवकों ने पौधारोपण किया। इस दौरान हजार हाथ – भैंसी के साथ के घोष गुंजायमान रहे। ्र

जिलाधिकारी धर्मेंद्र प्रताप सिंह के निर्देशन में विकास खंड बंडा, पुवायां से प्रवाहित होने गोमती की सहायक नदी भैंसी में पावन धारा प्रवाहित करने के बाद वृहद वृक्षारोपण शुरु किया गया है। शुक्रवार को जिलाधिकारी धर्मेंद्र प्रताप सिंह एवं प्रभागीय वनाधिकारी विनोद कुमार ने ग्राम करनापुर में गायत्री परिवार के साधकों के साथ गायत्री मंत्रोच्चारण एवं हरिशंकरी के लगाने के साथ पौधारोपण शुरु किया गया। इस अवसर पर लोक भारती, के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डा विजय पाठक, विहिप के पदाधिकारी राजीव सिंह, संजय त्रिपाठी, बालाजी सेवा समिति तथा  स्वयं सेवी संगठनों ने प्रतिभाग किया। इस दौरान “भैंसी मईया” व “गंगा मइया” की जयकारों से वातावरण गुंजायमान रहा। लोगों ने “मां के नाम भी पेड लगाया। 

20 दिन में जीवित हुई 56 किमी नदी 

इस दौरान जिलाधिकारी धर्मेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि भैंसी नदी की लगभग 56 किमी लंबाई में खुदाई का कार्य मात्र 20 दिनों में पूर्ण किया गय। इससे नदी को उसके वास्तविक स्वरूप में पुनः लाया जा सका। इस  पुनीत कार्य में सामाजिक एवं स्थानीय नागरिकों की महती भूमिका रही है। नदी के किनारे वन विभाग, मनरेगा एवं स्थानीय टीमों के माध्यम से लगभग 40 हजार पौधों का वृक्षारोपण किया जा रहा है। नदी जल के संरक्षण  के लिए सघन वृक्षारोपण के अतिरिक्त निकटवर्ती चिन्हित 80 तालाबों में वर्षा जल संचयन का कार्य भी किया जाएगा। इससे भू-जल स्तर में सुधार होगा।

वृक्षारोपण को तत्पर रहेगा वन विभागः डीएफओ 

प्रभागीय वनाधिकारी ने डीएम के भैंसी नदी पुनर्जीवन अभियान की सराहना करते हुए आश्वस्त किया कि वृक्षारोपण के लिए वन विभाग सदैव तत्पर रहा है और आगे भी रहेगा। लोक भारती के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ. विजय पाठक ने “हजार हाथ – भैंसी के साथ” नारे की चर्चा करते हुए ग्रामीणों के योगदान की सराहना की। कहा कि नदी व अन्य प्राकृतिक संसाधनों का संरक्षण केवल सरकार का नहीं, बल्कि हम सभी का दायित्व होना चाहिए। लोक भारती के कार्यकर्ता राजीव सिंह ने भैंसी नदी पर किए गए कार्यों को साझा करते हुए अपने अनुभवों को बांटा तथा वृक्षों के संरक्षण हेतु टोली बनाकर दीर्घकालिक देखभाल की बात कही। भूमि संरक्षण अधिकारी (गोमती) राम प्रकाश राना ने भैंसी नदी पर किए गए कार्यों को अपने जीवन का उत्कृष्ट अनुभव बताते हुए सभी के प्रति आभार व्यक्त किया।जिला गंगा समिति के डीपीओ डॉ. विनय कुमार सक्सेना ने कार्यक्रम का संचालन करते हुए भैंसी नदी पर किए गए प्रयासों की प्रशंसा की। इस अवसर पर उपजिलाधिकारी चित्रा निर्वाल, उपायुक्त श्रम एवं रोजगार यशोवर्धन सिंह, उप प्रभागीय वनाधिकारी डॉ. सुशील कुमार, क्षेत्रीय वनाधिकारी वीरेश राव, लोक भारती के कार्यकर्ता आलोक मिश्रा, कृष्ण कुमार गुप्ता, अधीर, संजय त्रिपाठी आदि बड़ी संख्या में स्थानीय ग्रामीणवासी उपस्थित रहे।

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