/young-bharat-news/media/media_files/2025/07/04/whatsapp-2025-07-04-17-12-15.jpeg)
शाहजहांपुर जनपद में भैंसी नदी की खोदाई से पन्ना घाट पर गोमती नदी में पहली बार दिखा इतना जल। Photograph: (वाईबीएन नेटवर्क)
शाहजहांपुर, वाईबीएन नेटवर्क। भैंसी नदी की खोदाई से ग्रामीण बेहद उत्साहित हैं। नदी की खोदाई से गोमती नदी में पन्ना घाट पर वर्षों बाद इतना जल है कि ऐसा नजारा वर्षों बाद दिखाई दिया है। गांव वाले जय जय कार कर रहे हैं। उन्हें उम्मीद जाग गई है कि प्रदेश सरकार और जिलाधिकारी के प्रयास से भैंसी के पुनर्जीवित होने से यह सबसे बड़ा काम हुआ है।
भैंसी नदी की खुदाई शुरू हुए करीब 10 दिन हो चुके हैं। लेखपाल नपाई करते जा रहे हैं, वहीं जेसीबी से नदी की खोदाई होती जा रही है। लोक भारती के पदाधिकारी खोदाई के दौरान मौजूद रहते हैं। जहां कहीं किसी खेत वाले से विवाद की नौवत आती भी है तो उसे सुलझा लिया जाता है। नदी जहां जहां खोदी जा चुकी है वहां तक जलधारा बहती जा रही है। नदी में जलधारा फूटने पर गांवों में खुशी का माहौल है। बारिश होने के बाद तो नदी की धारा प्रवाहित होते हुए बहुत सुंदर प्रतीत हो रही है। ठिरिया बरबटपुर, चखिया नजाबत, मैनिया गुरुद्वारा तीनों के संगम भैंसी नदी के बीच तालाब का क्षेत्र था, यहां तालाब की खोदाई की गई। गांव वालों ने बताया कि पन्ना घाट पर गोमती नदी में भैंसी नदी की खोदाई के कारण पहली बार बहुत ज्यादा जल बहने लगा है। पहली बार लग रहा है कि गोमती गंगा मैया उफान पर हैं। भैंसी नदी की खोदाई लगातार जारी है। जिलाधिकारी धर्मेंद्र प्रताप सिंह ने भी अपने फेसबुक पेज पर भैंसी में जलधारा बहने का वीडियो लगाकर पोस्ट किया है और इस बात की खुशी जाहिर की है।
11 से भैंसी किनारे चलेगा पौधारोपण अभियान
/filters:format(webp)/young-bharat-news/media/media_files/2025/07/04/whats-2025-07-04-17-44-53.jpeg)
लोकभारती से जुड़े नीरज सिंह ने बताया कि नदी तट के लिए वृक्ष पालक योजना में सहयोगी सदस्यों की सूची बनाना प्रारंभ करें और प्रयास हो कि वे सभी सदस्य वृक्षारोपण के समय अपने क्षेत्र में रहें। जैसा कि कल की बैठक में तय हुआ था। नदी तट पर प्रस्तावित पौधारोपण को सुरक्षा प्रदान करने के लिए हम तट की पूरी लंबाई के 1-1 किलोमीटर की दूरी के वृक्ष पालक तय कर रहे हैं जो अपने क्षेत्र में अन्य सदस्यों को जोड़ सकते हैं। भैंसी नदी के तट पर पर्यावरण अनुकूल सघन वृक्षों की श्रृंखला भविष्य में होने वाले जल प्रवाह की प्रथम आवश्यक परिस्थिति है जिसका निर्माण हमें करना है।
वन विभाग ने की पौधारोपण के लिए बैठक
/filters:format(webp)/young-bharat-news/media/media_files/2025/07/04/whatsapp-i-2025-07-04-17-47-54.jpeg)
भैंसी नदी के दोनों किनारों पर होने वाले सघन वृक्षारोपण के संबंध में वन विभाग के गंगा सभागार में बैठक हुई। जिला फॉरेस्ट अधिकारी विनोद कुमार, डीसी मनरेगा यशवर्धन, विनय सक्सेना लोकभारती से संजय उपाध्याय, संजय त्रिपाठी , केके गुप्ता ,लक्ष्मीकांत, आलोक मिश्रा, प्रेम शंकर बाजपेई, अधीर त्रिवेदी आदि उपस्थित रहे। बैठक में कौन से पौधे नदी किनारे लगें इस विषय पर चर्चा हुई, वृक्षारोपण को दो भागों में बांटने पर सहमति बनी। पुवायां ब्लॉक और बंडा ब्लॉक, पुवायां ब्लॉक से इसकी शुरूआत होगी कैसे इस कार्यक्रम को उत्सव की तरह इसमें जनसहयोग की भूमिका रहे इसकी जिम्मेदारी लोकभारती के सदस्यों ने ली।
भैंसी मैया को हरित वस्त्र उपहार देने का समय निकट
/filters:format(webp)/young-bharat-news/media/media_files/2025/07/04/whatsa-2025-07-04-17-49-57.jpeg)
लोकभारती संयोजक नीरज सिंह ने कहा है कि वन विभाग से जो पौधे उपलब्ध होंगे उनके अतिरिक्त आम जामुन की गुठली और नीम के बीज एकत्र करना प्रारंभ करें और इस कार्य में घर के बच्चों को लगाएं, उनके हाथों से ही बीजारोपण कराएं इससे अगली पीढी का हमारी नदी से भावनात्मक संबंध स्थापित होगा। इसके अतिरिक्त जिन कृषक बंधुओं का खेत तट से लगा हुआ है वे अपनी रुचि के फलदार पौधे भी लगा सकते हैं।
यह भी पढ़ेंः-
शाहजहांपुर में ट्रैक्टर-ट्राली की टक्कर से बाइक सवार युवक की मौत, युवती घायल
शाहजहांपुर में 37 गांव चिन्हित, मलेरिया-डेंगू रोकने की होगी सख्त निगरानी
शाहजहांपुर में जहरीले कीटनाशक छिड़काव से किसान की गई जान, गांव में शोक की लहर