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Photograph: (वाईबीएन नेटवर्क)
शाहजहांपुर वाईबीएन संवाददाता । गर्मी की छुट्टियों के बाद जब स्कूल दोबारा खुले, तो परिवहन विभाग ने स्कूली वाहनों की जांच का अभियान तेज कर दिया। इस अभियान में मानकों की अनदेखी पर विभाग ने सख्त कदम उठाए हैं। जांच के दौरान कुल 412 पंजीकृत स्कूली वाहनों में से कई में गंभीर खामियां पाई गईं।
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19 वाहनों के परमिट निलंबित कर दिए गए, क्योंकि उनके संचालन की व्यवस्था अस्त-व्यस्त पाई गई। कुछ वाहन मालिकों ने खुद संचालन बंद कर दिया है कहीं बच्चों की संख्या कम है तो कहीं योग्य चालकों की कमी है। विभागीय जांच में यह भी सामने आया कि 18 वाहन कंडम हो चुके हैं, यानी वे अब संचालन योग्य नहीं हैं। वहीं तीन वाहन बिना फिटनेस प्रमाणपत्र के पाए गए जिन्हें खड़ा कर दिया गया है। इन तीनों वाहनों से संबंधित स्कूलों का विवाद न्यायालय में लंबित है। अभियान के दौरान छह वाहन सीज किए गए, जो निजी वाहनों के रूप में कार्य कर रहे थे और मानकों के विपरीत बच्चों को ठूंसकर ले जा रहे थे। इसके अतिरिक्त, 42 वाहनों का चालान किया गया जिनमें दस्तावेजों की कमी या तकनीकी खामियां पाई गईं।
एआरटीओ प्रवर्तन सर्वेश सिंह ने बताया कि यह विशेष जांच अभियान मंगलवार को समाप्त हुआ है। इस अवधि में कुल 45 वाहनों का चालान किया गया। उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि वाहन स्वामी प्रपत्र और मानक पूरे होने पर ही संचालन करें अन्यथा कठोर कार्रवाई की जाएगी। परिवहन विभाग की इस कार्रवाई से स्कूली वाहन मालिकों में हड़कंप मच गया है। अब देखना होगा कि आगामी समय में विभाग और किस तरह से कड़ाई बरतता है।
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