Advertisment

सेहरामऊ में प्रसूता और नवजात की मौत, पति की तहरीर पर कार्रवाई, चार दिन बाद आशा कार्यकर्ता समेत तीन हिरासत में

14 अगस्त को सेहरामऊ दक्षिणी के निजी अस्पताल में प्रसव के दौरान प्रसूता रीता और नवजात की मौत हो गई थी। परिजनों ने लापरवाही का आरोप लगाकर हंगामा किया था। पुलिस ने अब इस मामले में आशा कार्यकर्ता समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया है।

author-image
Ambrish Nayak
6131914157436553470

Photograph:

Listen to this article
0.75x1x1.5x
00:00/ 00:00

शाहजहांपुर वाईबीएन संवाददाता। सेहरामऊ दक्षिणी क्षेत्र में 14 अगस्त को प्रसव पीड़ा से ग्रसित 23 वर्षीय रीता पत्नी अतुल को परिजन प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (PHC) ले गए। स्वजनों का आरोप है कि आशा कार्यकर्ता ने सुविधाएं न होने की बात कहकर उन्हें निजी अस्पताल ले जाने पर मजबूर कर दिया। अपराह्न करीब 12:50 बजे रीता ने सामान्य प्रसव से बेटे को जन्म दिया।

rata
Photograph: 

डॉक्टर ने लगाया इंजेक्शन, नवजात की मौत

स्वजनों के अनुसार प्रसव के बाद रीता स्वयं चलकर दूसरे कमरे में गई और चाय भी पी। कुछ देर बाद डॉक्टर ने बच्चे की हालत खराब बताकर इंजेक्शन दिए, जिसके बाद नवजात की मौत हो गई। परिजन बच्चे को दफनाने चले गए, तभी कुछ देर बाद रीता की भी मौत हो गई। जच्चा-बच्चा की मौत से परिजन आक्रोशित हो उठे और अस्पताल में हंगामा शुरू कर दिया। सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और लोगों को शांत कराया। शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। परिजनों ने अस्पताल प्रबंधन पर लापरवाही और गलत इंजेक्शन लगाने का आरोप लगाया। बताया गया कि जिस अस्पताल में प्रसव कराया गया था उसका पंजीकरण भी नहीं है।

चार दिन बाद पुलिस की कार्रवाई

इस मामले में मृतका के स्वजनों ने दो डाॅक्टरों समेत एक एएनएम और आशा सहित चार लोगों के विरुद्ध रिपोर्ट दर्ज कराई थी। थाना प्रभारी उमेश कुमार मिश्रा ने बताया कि मामले में आरोपी अस्पताल के डॉ. फैज खां व डॉ. आरिफ और आशा कर्मचारी डाल कुमारी को गिरफ्तार किया गया है। उन्हाेंने बताया कि आरोपियों को कानूनी कार्रवाई पूरी कर न्यायालय में पेश किया गया। वहां से आरोपियों को जेल भेज दिया गया।
यह भी पढ़ें:-

Advertisment
Advertisment