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भारतीय कृषक दल के राष्ट्रीय महासचिव प्रमोद यादव जनसेवक Photograph: (वाईबीएन नेटवर्क )
शाहजहांपुरवाईबीएनसंवाददाता
जनपद के तिलहर क्षेत्र में छुट्टा गौवंश की समस्या को लेकर लंबे समय से परेशान किसानों का धैर्य अब जवाब दे रहा है। प्रशासन की लगातार अनदेखी और संवेदनहीन रवैये के विरोध में अब किसान बेमियादी सत्याग्रह के लिए मजबूर हो गए हैं। भारतीय कृषक दल के राष्ट्रीय महासचिव प्रमोद यादव "जनसेवक" के नेतृत्व में यह आंदोलन आगामी 2 जून से शुरू किया जाएगा। जानकारी के अनुसार, किसानों द्वारा दिनांक 25 मार्च, 9 अप्रैल और 28 अप्रैल को क्रमश: एसडीएम तिलहर, जिलाधिकारी शाहजहांपुर और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपा गया था। इन ज्ञापनों में क्षेत्र में छुट्टा पशुओं द्वारा फसलों को नुकसान पहुँचाने की गंभीर समस्या को उठाया गया था। किसानों ने चेताया था कि यदि इस समस्या का समाधान नहीं किया गया, तो वे बड़ा आंदोलन करने को विवश होंगे। बावजूद इसके, प्रशासन की ओर से अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है।
जनसेवक प्रमोद यादव ने बताया कि छुट्टा गौवंश के कारण किसानों की ‘2 जून की रोटी’ खतरे में है। यदि यही स्थिति रही, तो किसानों के पास रोज़गार और जीवनयापन का कोई साधन नहीं बचेगा। उन्होंने कहा, “यह आंदोलन हमारी रोटी की रक्षा का है। प्रशासन अगर अभी भी नहीं जागा, तो इसका सम्पूर्ण उत्तरदायित्व उसी का होगा।”जनता और किसानों में इस मुद्दे को लेकर भारी असंतोष देखा जा रहा है। गाँवों में बैठकों और जनचेतना अभियानों के ज़रिए सत्याग्रह को व्यापक जनसमर्थन मिलने लगा है। आंदोलन शांतिपूर्ण और लोकतांत्रिक तरीके से होगा, लेकिन तब तक जारी रहेगा जब तक प्रशासन कोई ठोस समाधान नहीं देता।इस बीच स्थानीय प्रशासन की चुप्पी ने स्थिति को और अधिक गंभीर बना दिया है। अब देखना होगा कि 2 जून से पहले प्रशासन कोई ठोस कार्रवाई करता है या नहीं।
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