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Shaheed Divas 2025: संकल्प भारत शोध न्यास ने याद किया भगत सिंह और लोहिया को

23 मार्च को शहीद भगत सिंह, सुखदेव, राजगुरु को फांसी दी गई। और इसी दिन समाजवादी विचारक डॉ. राममनोहर लोहिया का जन्म भी हुआ था। संकल्प भारत शोध न्यास ने आज भगत सिंह और लोहिया को श्रृद्धाजंलि दी

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Ambrish Nayak
कार्यक्रम

शहीदों को श्रृद्धाजंलि देते संकल्प भारत शोध न्यास के पदाधिकारी Photograph: (वाईवीएन संवाददाता )

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शाहजहांपुर वाईबीएन संवाददाता 

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संकल्प भारत शोध न्यास द्वारा आज शहीद भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु के बलिदान दिवस के अवसर पर क्रांतिकारियों को श्रद्धांजलि दी गई और साथ ही डॉ. राममनोहर लोहिया को उनके जन्मदिवस के अवसर पर याद किया गया।

संस्था के संस्थापक डॉ. स्वप्निल यादव ने कहा कि भगत सिंह और उनके साथियों ने बहुत की कम उम्र में इस देश की आजादी के लिए फाँसी का फंदा चूम लिया था इसलिए यह हमारा कर्तव्य है कि हम उनके बलिदान को न भूलें। युवाओं को चाहिए कि वह भगत सिंह के लेखों और पत्रों को जरूर पढ़ें।

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संस्था के सचिव ललित हरि मिश्रा ने कहा कि डॉ. राम मनोहर लोहिया देश के पहले ऐसे नेता थे जिन्होंने समाजवाद के रूप में देश के गरीबों और किसानों की आवाज सरकारों के सामने उठाई और सरकारों के खिलाफ आंदोलन भी किए। 

साहित्यकार विवेक कुमार ने बताया कि लोहिया ने स्वयं अपना जन्मदिन केवल इसलिए नहीं मनाया क्योंकि इसी दिन भगत सिंह और उनके साथियों को फाँसी हुई थी।

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साहित्यकार शिवप्रकाश दीक्षित ने कहा कि भगत सिंह ने फाँसी का फंदा खुद चुना क्योंकि उन्हें पता था कि उनके बलिदान के बाद देश के युवा जोश से भर जाएंगे जिससे देश को आजादी मिलने में आसानी होगी।

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इससे पूर्व न्यास के पदाधिकारियों ने शहीद भगत सिंह, सुखदेव, राजगुरु और डॉ. राममनोहर लोहिया के चित्रों पर पुष्पांजलि अर्पित की।

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