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शाहजहांपुर : रिश्वत लेते दरोगा का वीडियो वायरल, एसपी ने किया निलंबित

शाहजहांपुर के कलान थाना में तैनात दरोगा का रिश्वत लेते वीडियो वायरल होने पर एसपी ने उसे निलंबित कर दिया। दरोगा ने फर्जी एफआईआर से नाम हटाने के बदले रिश्वत मांगी थी, जिसकी पुष्टि जांच में होने पर कार्रवाई हुई।

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Ambrish Nayak
शाहजहांपुर

रिश्वत लेने के आरोप में दरोगा संस्पेंड Photograph: (वाईबीएन नेटवर्क)

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शाहजहांपुर,वाईबीएन संवाददाता 

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जनपद के कलान थाना में तैनात दरोगा अनिल कुमार का रिश्वत लेते हुए वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया। वीडियो में दरोगा एक व्यक्ति से फर्जी एफआईआर से नाम हटाने के बदले पैसे लेते हुए नजर आ रहा है। मामले के तूल पकड़ने पर पुलिस अधीक्षक (एसपी) राजेश एस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए दरोगा को निलंबित कर दिया और मामले की जांच के आदेश दिए।

कैसे हुआ खुलासा?

मामला एक सड़क दुर्घटना से जुड़ा है। एक युवक ने आरोप लगाया कि उसे फर्जी एफआईआर में फंसा दिया गया है। जब उसने मुकदमे से नाम हटवाने के लिए दरोगा से संपर्क किया, तो दरोगा ने इसके बदले पैसे मांगे। पीड़ित युवक ने दरोगा की इस हरकत को मोबाइल कैमरे में रिकॉर्ड कर लिया और वीडियो सोशल मीडिया पर पोस्ट कर दिया। वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि दरोगा युवक से 2,000 रुपये नकद ले रहा है और बाकी 1,000 रुपये बाद में देने की बात कर रहा है। पहले तो दरोगा शेष रकम बाद में लेने से इनकार करता है, लेकिन अंत में 2,000 रुपये लेकर उन्हें गिनता हुआ दिख रहा है।

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एसपी ने दिए जांच के आदेश

जैसे ही यह वीडियो वायरल हुआ, एसपी राजेश एस ने तुरंत मामले को संज्ञान में लिया और जांच का जिम्मा सीओ जलालाबाद अमित चौरसिया को सौंपा। जांच में दरोगा को रिश्वत लेते पाया गया, जिसके बाद एसपी ने निलंबन का आदेश जारी कर दिया। 

 

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पुलिस विभाग में खलबली 

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इस घटना के सामने आने के बाद शाहजहांपुर पुलिस विभाग में खलबली मच गई है। जनता के बीच पुलिस की छवि को गहरा धक्का लगा है। हालांकि, एसपी द्वारा की गई तत्काल कार्रवाई से यह संदेश गया है कि भ्रष्टाचार किसी भी स्तर पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। 

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भ्रष्टाचार पर कड़ी नजर

यह मामला साबित करता है कि पुलिस प्रशासन में भ्रष्टाचार की जड़ें गहरी हैं, लेकिन जागरूक नागरिकों और सोशल मीडिया की सतर्कता के कारण भ्रष्ट अधिकारियों को बेनकाब किया जा सकता है। पुलिस विभाग ने स्पष्ट कर दिया है कि भ्रष्टाचार के मामलों में दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी और ऐसे मामलों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

 

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