सफलता: 6 साल की कड़ी मेहनत के बाद एकांक्षी बनी फंड कमिश्नर
कहते हैं जब मन में लगन हो कुछ कर दिखाने का जज्बा,तो इंसान क्या नहीं कर सकता? तिलहर के व्यापारी राजेंद्र कुमार गुप्ता की छोटी बेटी एकांक्षी ने अपनी मेहनत और लगन से से इसे संभव कर दिखाया है। यूपीएससी में चयनित होकर परिजनों और नगर का मान बढ़ाया है।
यूपीएससी में सफलता के झंडे गाड़कर फंड कमिश्नर बनी तिलहर की एकांक्षी Photograph: (ybn network )
Listen to this article
0.75x1x1.5x
00:00/ 00:00
शाहजहांपुर, वाईबीएन संवाददाता
Advertisment
तिलहर की एकांक्षी बनी फंड कमिश्नर
तिलहर की बेटी एकांक्षी गुप्ता ने यूपीएससी की परीक्षा में चयनित होकर ईपीएफओ में फंड कमिश्नर बनी है। घर में खुशी का माहौल है। बधाई देने वालों का तांता लगा है। मां उर्मिला गुप्ता की खुशी का ठिकाना नहीं है। भाई अर्पित गुप्ता इसे बालाजी की कृपा बता रहे हैं।
6 साल की कड़ी मेहनत ने पहुंचाया कामयाबी की ऊंचाइयों तक
यंग भारत न्यूज़ संवाददाता ने एकांक्षी से बात की। उसका कहना है यूपीएससी की परीक्षा में 6 साल की कड़ी मेहनत के बाद पहले प्रयास में ही उसे प्रोविडेंट फंड कमिश्नर तक पहुंचने कामयाबी मिली। यूपीएससी परीक्षा में 36 लाख परीक्षार्थी बैठे थे ,जिसमें चुने गए कुल 159 में से 41 अभ्यर्थी सामान्य वर्ग से थे। एकांशी को भोपाल या बंगलुरु में से एक स्थान का चयन करना है और अपनी योगदान आख्या देनी है।
कामयाबी के लिए जब कुछ खास टिप्स के बारे में बात की, तो एकांक्षी का कहना था । इसका कोई भी शॉर्टकट नहीं है। पक्का इरादा ,कड़ी मेहनत ,क्लियर विजन होना चाहिए। लक्ष्य पर अपना फोकस कम न हो। कम से कम 10 घंटे पढ़ाई जरूरी है। कभी-कभी ज्यादा भी करनी पड़ सकती है। अगर 10th के बाद ही अपना टारगेट बनाकर तैयारी की जाए तो सफलता निश्चित है।
फंड कमिश्नर पद पर चयनित होने के बाद मिठाई खिलाते परिजन Photograph: (ybn network )
मध्यम परिवार से चढ़ी सफलता की सीढ़ियां
तिलहर के संभ्रांत मध्यम परिवार से होकर सफलता की सीढ़ियां चढ़ने वाली एकांक्षी अपने सात भाई बहनों में सबसे छोटी है। किराना व्यवसायी और बालाजी के परम भक्त पिता राजेंद्र कुमार गुप्ता का साया कुछ समय पूर्व ही उठ गया। मां उर्मिला गुप्ता के सनिध्य में एकांक्षी ने अपनी पढ़ाई पूरी की। परिवार में बड़े भाई अभिषेक किराना का व्यापार सभालते हैं, दूसरे भाई अनुराग गुप्ता पुणे में यूनियन बैंक ऑफ़ स्विट्ज़रलैंड अधिकारी हैं सबसे छोटे भाई अर्पित गुप्ता ई बाइक का व्यवसाय करते हैं। तीन बहने रुचि मेधा और एकता का विवाह हो चुका है। एकांक्षी अपनी सफलता का श्रेय सभी परिजनों और गुरुजनों को देती है।