शाहजहांपुर वाईबीएन संवाददाता । जनपद में बाढ़ की आशंका को देखते हुए प्रशासन पूरी तरह सतर्क हो गया है। गर्रा और खन्नौत नदी से सर्वाधिक प्रभावित रहने वाले दर्जनों गांवों में रविवार को एसडीएम अरविन्द कुमार ने खुद मौके पर जाकर निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान एडीएम ने उटहा, उधवपारा, शाहबाजपुर, दनियापुर, सुजातपुर, अजीजगंज नेवादा, नागरपाल, चादापुर, सरौली, बिजलापुर, रोसरकोठी, इंदेपुर, बरेली मोड़ समेत कई बाढ़ संभावित गांवों का दौरा किया। उन्होंने ग्रामीणों से बातचीत कर पिछले वर्ष की बाढ़ से हुए नुकसान और समस्याओं के बारे में जानकारी ली।
एडीएम ने बताया कि इस वर्ष बाढ़ के खतरे से निपटने के लिए पहले से ही तैयारी शुरू कर दी गई है। राशन कीट, खाद्यान्न पैकेट, नाव, बाढ़ शरणालय, भोजन व नाश्ता जैसी व्यवस्थाओं के लिए टेंडर प्रक्रिया पूरी कर ली गई है। प्रशासन द्वारा हर गांव में बाढ़ चौकियां स्थापित की जा रही हैं और शरणालयों का लगातार निरीक्षण कर वहां की व्यवस्थाएं दुरुस्त की जा रही हैं। पशुओं के लिए भूसे की व्यवस्था एवं उन्हें सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट करने की कार्रवाई भी शुरू हो चुकी है। बाढ़ राहत कार्यों के लिए स्वास्थ्य विभाग, सिंचाई विभाग, पुलिस, अग्निशमन, नगर निगम व परिवहन विभाग के साथ समन्वय बनाकर एक संयुक्त कार्ययोजना तैयार की गई है। अधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि किसी भी आपात स्थिति में त्वरित कार्रवाई सुनिश्चित की जाए और राहत व बचाव सामग्री समय से पहले उपलब्ध करा दी जाए, जिससे किसी भी प्रकार की जनहानि या पशुहानि से बचा जा सके।
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