/young-bharat-news/media/media_files/2025/08/28/whatsapp-image-2025-2025-08-28-17-23-03.jpeg)
Photograph: (वाईबीएन नेटवर्क)
शाहजहांपुर वाईबीएन संवाददाता। कलेक्ट्रेट सभागार में जिलाधिकारी धर्मेंद्र प्रताप सिंह की अध्यक्षता में गुरुवार को जिला विद्यालय यान सुरक्षा समिति की बैठक आयोजित हुई। बैठक में स्कूली वाहनों की स्थिति और उनकी सुरक्षा व्यवस्था पर विस्तार से चर्चा की गई।
/filters:format(webp)/young-bharat-news/media/media_files/2025/08/28/whatsapp-imag-2025-08-28-17-53-31.jpeg)
जिले में चल रहे स्कूली वाहनों की स्थिति
सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी सर्वेश कुमार सिंह ने बताया कि जिले में कुल 432 स्कूली वाहन संचालित हैं। इनमें से 408 वाहन मानक अनुसार हैं, 01 मानक अनुरूप नहीं पाया गया, 14 वाहन चालान/बंद हैं जबकि 68 अन्य वाहन बच्चों के परिवहन में उपयोग किए जा रहे हैं।
सभी विद्यालयों में बनेगी परिवहन सुरक्षा समिति
डीएम ने एआरटीओ को निर्देश दिए कि सभी विद्यालयों में परिवहन सुरक्षा समिति का गठन किया जाए और प्रत्येक तिमाही बैठक नियमित रूप से हो। समिति स्कूली वाहनों के दस्तावेजों पंजीकरण, बीमा, परमिट, प्रदूषण प्रमाणपत्र और ड्राइविंग लाइसेंस की जांच करेगी।
ड्राइवरों का सत्यापन और स्वास्थ्य परीक्षण
जिलाधिकारी ने कहा कि स्कूली वाहनों के चालकों का पुलिस सत्यापन अनिवार्य किया जाए। मुख्य चिकित्सा अधिकारी को विद्यालयवार रोस्टर बनाकर स्वास्थ्य व नेत्र परीक्षण शिविर आयोजित करने के निर्देश दिए गए।
ड्राइवरों को पुरस्कार...बच्चों को प्रार्थना सभा में बताए जाएंगे यातायात नियम
डीएम ने कहा कि सभी चालकों को प्रशिक्षण दिया जाए और प्रशिक्षण के बाद टेस्ट कराया जाए। टेस्ट में सर्वाधिक अंक पाने वाले 10 चालकों को पुरस्कृत किया जाएगा। डीएम ने यह भी निर्देश दिए कि विद्यालयों की प्रार्थना सभा में प्रतिदिन बच्चों को यातायात नियमों की जानकारी दी जाए, ताकि उनमें शुरू से ही यातायात अनुशासन और जागरूकता विकसित हो सके।
बैठक में मौजूद अधिकारी
नगर आयुक्त डॉ. विपिन कुमार मिश्र, सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी सर्वेश कुमार सिंह समेत अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।
यह भी पढ़ें:
सुप्रीम आदेश के बाद नगर निगम पकड़ेगा लावारिस कुत्ते, 10 सितंबर से शुरू होगा एनिमल बर्थ कंट्रोल सेंटर
शाहजहांपुर में बाल भिक्षावृत्ति खत्म करने के लिए चला विशेष अभियान, 4 बच्चे रेस्क्यू