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रोजा में हरदोई बाईपास चौराहा और बरेली मोड़ के बीच बने नवनिर्मित पुल से निकलता ट्रक Photograph: (वाईबीएन नेटवर्क)
शाहजहांपुर वाईबीएन संवाददाता । लखनऊ-दिल्ली राष्ट्रीय राजमार्ग (NH-30) पर गर्रा नदी पर बने नवनिर्मित पुल को शुक्रवार शाम 5:45 बजे यातायात के लिए खोल दिया गया। हरदोई बाइपास और बरेली मोड़ के बीच स्थित इस पुल का निर्माण कार्य पांच वर्षों में पूरा हुआ। इसके खुलते ही वाहनों की आवाजाही शुरू हो गई, जिससे स्थानीय जनता और यात्रियों को बड़ी राहत मिली है।पुल को शुरू करने से पहले एनएचएआई (भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण) के अधिकारियों ने विधिवत पूजन किया और नारियल फोड़कर शुभारंभ कराया। इस अवसर पर एनएचएआई के परियोजना निदेशक सौरभ चौरसिया और परियोजना प्रबंधक (तकनीकी) प्रशांत वाजपेयी मौजूद रहे। उद्घाटन के लिए डीएम धर्मेंद्र प्रताप सिंह को बुलाया गया था, लेकिन प्रशासनिक व्यस्तता के कारण वे उपस्थित नहीं हो सके।
इस पुल की सुरक्षा और मजबूती सुनिश्चित करने के लिए इसका कई बार परीक्षण किया गया। प्रारंभिक लोड टेस्टिंग में संतोषजनक परिणाम न मिलने पर पुल पर दोबारा टेस्टिंग कराई गई। इसके लिए ताइवान से लाए गए 10 अत्याधुनिक सेंसर पुल के विभिन्न हिस्सों में लगाए गए। इस तकनीकी परीक्षण को आईआईटी दिल्ली के विशेषज्ञों की निगरानी में पूरा किया गया। परीक्षण के दौरान पुल पर 480 टन वजनी ट्रकों को 72 घंटे तक रोका गया और फिर उन्हें पुल पर चलाया गया। सेंसर से प्राप्त डाटा का आईआईटी दिल्ली में गहन विश्लेषण किया गया, जिसके बाद पुल को सुरक्षित घोषित कर यातायात के लिए उपयुक्त माना गया।
शुभारंभ अवसर पर परियोजना प्रबंधक विवेक दवे, अभियंता पुष्पेश यादव, सुग्रीव पटेल, सरोज सिद्दीकी, कृपाल सिंह राठौर, सुरजीत वर्मा और अन्य अधिकारी भी उपस्थित रहे। इस नए पुल से अब ट्रैफिक का दबाव कम होगा और हाईवे पर सफर और भी सुगम बनेगा।
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