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Photograph: (वाईबीएन नेटवर्क)
शाहजहांपुर वाईबीएन संवाददाता। जिले में बाढ़ से हालात धीरे-धीरे सुधरने लगे हैं। रामगंगा नदी अभी भी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है, जबकि गर्रा और खन्नौत नदी का जलस्तर घटने लगा है। हालांकि कई मोहल्लों और गांवों में पानी अब भी भरा हुआ है, जिससे लोगों को राहत शिविरों का सहारा लेना पड़ रहा है।
मेडिकल कॉलेज में बहाल हुई सेवाएं...कॉलोनियों और मार्गों से हट रहा पानी
राजकीय मेडिकल कॉलेज परिसर से पानी हटने के बाद सोमवार से यहां ओपीडी सेवाएं शुरू कर दी गईं। मरीजों की भर्ती भी शुरू हुई। पिछले दिनों जलभराव के कारण चिकित्सा व्यवस्था बाधित हो गई थी। अजीजगंज से एसएस कॉलेज जाने वाली सड़क से पानी हट चुका है, हालांकि एसएस कॉलेज, एसएसएमवी और धर्मानंद इंटर कॉलेज में जलभराव बना हुआ है। आवास विकास कॉलोनी से भी पानी कम हो गया है, जबकि साउथ सिटी कॉलोनी में अब भी जलजमाव की समस्या बनी हुई है।
हाईवे क्षतिग्रस्त, पर यातायात बहाल..अधिकारियों ने किया निरीक्षण
लखनऊ-दिल्ली राष्ट्रीय राजमार्ग का कुछ हिस्सा बाढ़ के तेज बहाव से क्षतिग्रस्त हो गया, लेकिन वाहनों की आवाजाही प्रभावित नहीं हुई। रिंगरोड पर भी यातायात शुरू कर दिया गया है। जिलाधिकारी धर्मेंद्र प्रताप सिंह, नगर आयुक्त डॉ. बिपिन मिश्र और एडीएम वित्त अरविंद सिंह सहित अधिकारियों ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया। उन्होंने लोगों का हाल जाना और राहत सामग्री वितरित कराई। इसके अलावा आश्रय स्थलों का भी निरीक्षण किया गया।
नदियों का घटता जलस्तर
गर्रा नदी में सोमवार को दियूनी बांध से 7700 क्यूसेक पानी छोड़ा गया, जिसके बाद जलस्तर घटकर 148.35 मीटर पर आ गया है। यह खतरे के निशान से नीचे है। वहीं खन्नौत नदी भी 145.30 मीटर पर बह रही है, जो खतरे के निशान से नीचे है।
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