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उमा भारती Photograph: (इंटरनेट मीडिया)
शाहजहांपुर, वाईबीएन संवाददाताः यूपी में शाहजहांपुर जिले का नाम बदलने की चर्चा शुरू हो गई है। शुरुआत की है मध्यप्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री व भाजपा की फायर ब्रांड नेता उमा भारती ने। शनिवार को बरेली में आयोजित कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि शाहजहांपुर का नाम गुलामी का प्रतीक है, मैं इसे सुनना नहीं चाहती। उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से नाम बदलने की मांग की। रविवार को उमा भारती का बयान बेहद सुर्खियों में रहा। एसएस कालेज के इतिहासकार प्रो. विकास खुराना ने उनके बयान को गैर जरूरी बताया, कहा कि नाम बदलने पर बडा खर्च आता है, इसलिए नाम बदलना जरूरी नही।
जानिए इतिहासकारों की राय
यंग भारत न्यूज व नवगृह टाइम्स के कार्यालय में बातचीत के दौरान एसएस कालेज के इतिहास विभाग के अध्यक्ष डा विकास खुराना ने कहा कि शाहजहांपुर का नाम शाहजहां के सिपाहसालार नबाव बहादुर खां ने शाहजहां के नाम पर रखा था। जिसका उदय मुगल शासनकाल में हुआ। इससे पूर्व में इसका कोई अन्य नाम नहीं था। ऐसे में शाहजहांपुर का नाम बदलना उचित नहीं। उन्होंने कहा कि जो दो जिलों के नाम बदले गए, उनका नाम मुगलशासन से पहले कुछ और था। शाहजहांपुर के साथ ऐसा नहीं है।
यह भी पूरा मामला
बरेली में मध्य प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी की फायर ब्रांड नेता उमा भारती के साथ शाहजहांपुर निवासी सहकारिता मंत्री जेपीएस राठौर ने भी मंच साझा किया। इस दौरान जब शाहजहांपुर का नाम आया तो उमा भारती बोलीं मुगलों के नाम से बसाए गए शहरों के नाम तुरंत बदल देना चाहिए। हालांकि जनपद के लोग इसे राजनीतिक बयान बता रहे हैा।
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