Advertisment

आखिर क्यों छीन ली गई एक छात्र की ज़िंदगी? क्या मोबाइल बना मौत की वजह, जानिए पूरा मामला

शाहजहांपुर के मदनापुर थाना क्षेत्र के प्रतापपुर गहवरा गांव में बीएलएड छात्र अरविंद की मोबाइल विवाद में पीट-पीटकर हत्या कर दी गई। पहले पुलिस ने हत्या के प्रयास में केस दर्ज किया जिससे आक्रोश भड़का। राजनेताओं के हस्तक्षेप के बाद कार्रवाई तेज हुई।

author-image
Harsh Yadav
मृतक की फाइल फोटो ।

मृतक की फाइल फोटो । Photograph: (वाईबीएन नेटवर्क)

Listen to this article
0.75x1x1.5x
00:00/ 00:00

शाहजहांपुर वाईबीएन संवाददाताजनपद के मदनापुर थाना क्षेत्र अंतर्गत प्रतापपुर गहवरा गांव में बीएलएड का छात्र अरविंद कुमार दर्दनाक घटनाक्रम का शिकार हो गया। परिजनों का आरोप है कि महज एक मोबाइल फोन को लेकर हुए विवाद में अरविंद की बेरहमी से पिटाई की गई, जिससे उसकी मौत हो गई। बताया जा रहा है कि अरविंद से गांव के ही एक युवक के बेटे ने मोबाइल मांगा, लेकिन उसने देने से इनकार कर दिया। इसके बाद बच्चे ने झूठा आरोप लगाया कि अरविंद ने उसे पीटा है। इसी बात से नाराज होकर आरोपी पिता ने अरविंद को बुरी तरह पीटा जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया। परिजन उसे अस्पताल लेकर भागे लेकिन रास्ते में ही उसकी मौत हो गई।

एफआईआर में की गई ढिलाई, थाने का घेराव

मृतक के परिजनों का आरोप है कि पुलिस ने शुरुआत में हत्या के बजाय हत्या के प्रयास की धारा में मुकदमा दर्ज किया जिससे आक्रोश फैल गया। आक्रोशित ग्रामीणों और परिजनों ने मदनापुर थाने का घेराव कर दिया। मौके पर भारी पुलिस बल तैनात करना पड़ा। 

राजनीतिक रंग लेने लगा मामला

Advertisment

घटना के बाद मामले ने राजनीतिक तूल पकड़ लिया है। ददरौल विधायक अरविंद सिंह पीड़ित परिवार से मिलने पहुंचे और उन्हें 51 हजार रुपये की आर्थिक सहायता दी। साथ ही दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की। ब्लॉक प्रमुख महेश पाल सिंह ने भी 21 हजार रुपये की मदद दी।

लापरवाही पर कार्रवाई, सपा भी सक्रिय

पुलिस की लापरवाही पर एसपी राजेश द्विवेदी ने क्राइम इंस्पेक्टर को लाइनहाजिर कर दिया है। उधर, समाजवादी पार्टी भी इस मामले में सक्रिय हो गई है। सपा प्रमुख अखिलेश यादव के निर्देश पर एक प्रतिनिधिमंडल 18 जुलाई को पीड़ित परिवार से मिलेगा और पूरे मामले की रिपोर्ट पार्टी मुख्यालय को भेजेगा।

Advertisment

 न्याय की गुहार, पुलिस की कार्यशैली पर सवाल

यह घटना न केवल कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े करती है, बल्कि पुलिस की कार्यशैली और प्राथमिकता पर भी गंभीर चिंतन की जरूरत बताती है। पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने के लिए राजनीतिक और सामाजिक दबाव लगातार बढ़ता जा रहा है।

यह भी पढ़ें:

Advertisment

वार्ड 2 बहादुरपुरा में कूड़े के ढेर, टूटी सड़कें और शिक्षा की कमी, पार्षद लापता: जनता बेहाल

एसएस कॉलेज में प्रवेश समीक्षा बैठक सम्पन्न, 18 जुलाई से आरंभ होंगी कक्षाएं

सचिव ने किया संप्रेक्षण गृह, बालगृह व वन स्टॉप सेंटर का निरीक्षण, बच्चों से बातचीत कर दिलाया पेशी का भरोसा

स्कूली बच्चों की जान से खिलवाड़ ! शाहजहांपुर में 6 वाहन सीज, 19 परमिट निलंबित

Advertisment
Advertisment