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मुंबई के अरब सागर में एक बड़ा हादसा टल गया, जब मांडवा से गेटवे की ओर आ रही एक यात्री बोट तकनीकी खराबी के कारण डूबने लगी। बोट में पानी भरने की वजह से यात्रियों में दहशत फैल गई, लेकिन समय रहते पास में मौजूद अन्य बोट कर्मियों की त्वरित कार्रवाई और सूझबूझ से सभी यात्रियों को सुरक्षित बचा लिया गया। मुंबई पुलिस ने इस घटना की पुष्टि की।
तकनीकी खराबी से डूबने लगी थी बोट
यह घटना शुक्रवार शाम की है, जब मांडवा से गेटवे की ओर जा रही एक यात्री बोट में अचानक तकनीकी खराबी आ गई। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, तकनीकी समस्या के कारण वोट में पानी भरने लगा। देखते ही देखते बोट डूबने की कगार पर पहुंच गई, जिससे उसमें सवार यात्रियों में अफरा-तफरी मच गई। हादसे के वक्त पास में ही कुछ अन्य बोट्स मौजूद थीं, जिनके कर्मियों ने तुरंत स्थिति को भांप लिया। इन बोट कर्मियों ने अपनी जान की परवाह न करते हुए तेजी से डूब रही बोट की ओर रुख किया और बचाव कार्य शुरू किया। उनकी सूझबूझ और त्वरित कार्रवाई की वजह से बोट में सवार सभी यात्रियों को सुरक्षित निकाल लिया गया।
पहले भी हो चुके हैं हादसे
बता दें कि इससे पहले पिछले साल 18 दिसंबर को गेटवे ऑफ इंडिया से एलिफेंटा आइलैंड जा रही नीलकमल नामक पैसेंजर बोट से नौसेना की स्पीड बोट से टकराने की वजह से हादसा हो गया था। इस दुर्घटना में 15 लोगों की जान चली गई, जबकि करीब 100 लोगों को समय रहते बचा लिया गया। यह हादसा और भी बड़ा रूप ले सकता था, अगर मुंबई पोर्ट ट्रस्ट (एमपीटी) के ड्राइवर आरिफ बामने और उनकी टीम समय पर मदद के लिए नहीं पहुंची होती।
यह घटना दोपहर बाद 3 से 4 बजे के बीच की थी, जब नौसेना की बोट में इंजन टेस्टिंग का काम चल रहा था। अचानक बोट में खराबी आई और वह नीलकमल से टकरा गई। नीलकमल बोट में 100 से ज्यादा लोग सवार थे, जो गेटवे ऑफ इंडिया से एलिफेंटा आइलैंड तक यात्रा कर रहे थे।