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Cyber fraud का खौफनाक अंजाम, लाखों लुटने के बाद टूटा क्लर्क, जान दे बैठा

बेंगलुरु में BESCOM कर्मचारी ने CBI अधिकारी बनकर ठगी करने वाले स्कैमर से परेशान होकर की आत्महत्या। पढ़ें ऑनलाइन फ्रॉड से जुड़े इस चौंकाने वाले मामले की पूरी जानकारी।

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Dhiraj Dhillon
Cyber Crime in Bengaluru

Photograph: (Google)

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नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्क। Bengaluru Cyber CRime News: देश में ऑनलाइन फ्रॉड के मामले तेजी से बढ़ते जा रहे हैं। तमाम सरकारी चेतावनियों और जागरूकता अभियानों के बावजूद लोग फर्जी कॉल्स, डिजिटल अरेस्ट और CBI अधिकारी बनकर ब्लैकमेल करने वाले स्कैमर्स के झांसे में आ रहे हैं। कर्नाटक के बेंगलुरु में एक दर्दनाक मामला सामने आया है, जहां एक BESCOM कर्मचारी ने 11 लाख रुपये की ठगी का शिकार होने के बाद आत्महत्या कर ली। पीड़ित की पहचान कुमार के रूप में हुई है, जो बेंगलुरु इलेक्ट्रिसिटी सप्लाई कंपनी लिमिटेड (BESCOM) में कॉन्ट्रैक्ट पर कार्यरत थे। कुमार को विक्रम गोस्वामी नामक व्यक्ति ने फोन कर खुद को CBI अधिकारी बताया और कहा कि उसके खिलाफ अरेस्ट वारंट है। डर और धमकी के दबाव में कुमार ने पहले 1.95 लाख रुपये जमा कराए, लेकिन और रकम ट्रांसफर करने का दवाब बनाए जाने पर कई बार में 11 लाख रुपये अलग-अलग खातों में ट्रांसफर कर दिए।

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सुसाइड नोट में लिखा- "ब्लैकमेलिंग से तंग आकर उठा रहा हूं ये कदम"

Cyber Fraud: कुमार ने अपने सुसाइड नोट में लिखा है- मैं इस ठगी से परेशान हो चुका हूं। ब्लैकमेलिंग अब बर्दाश्त के बाहर है। खुद को CBI अधिकारी बताने वाला शख्स अब भी कॉल कर रहा है। मैं अब और नहीं सह सकता।" यह मामला कर्नाटक के लागेरे गांव का है, जहां कुमार ने पेड़ से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। उन्होंने अपने सुसाइड नोट में कॉल करने वाले मोबाइल नंबर भी दर्ज किए हैं, जिनके जरिए उन्हें डराया-धमकाया जा रहा था।

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पुलिस जांच में जुटी, मोबाइल फोन और ट्रांजेक्शन की हो रही पड़ताल

Cyber Crime: पुलिस ने मामले में धोखाधड़ी, ब्लैकमेलिंग और आत्महत्या के लिए उकसाने की धाराओं में जांच शुरू कर दी है। कुमार का मोबाइल फोन लॉक था, जिससे पुलिस की चुनौती बढ़ गई है। साथ ही, उसके बैंक ट्रांजेक्शन्स और सुसाइड नोट की वैरिफिकेशन प्रक्रिया चल रही है। पुलिस ने बताया कि सरकार और साइबर क्राइम विभाग की ओर से बार-बार कहा जा रहा है कि "डिजिटल अरेस्ट" जैसी कोई कानूनी प्रक्रिया नहीं होती। कोई भी पुलिस या जांच एजेंसी फोन पर पैसे मांग कर धमकी नहीं देती।

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