गुहावटी, वाईबीएन नेटवर्क। असम के धिंग से AIUDF विधायक हाजी अमीनुल इस्लाम उस वक्त विवादों में घिर गए जब उन्होंने पहलगाम आतंकी हमले को लेकर एक बयान में केंद्र सरकार पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने शक जताया कि पुलवामा (2019) और हालिया पहलगाम हमले सरकार की "साजिश" हो सकते हैं। इस बयान को लेकर 24 अप्रैल को उनके खिलाफ राजद्रोह का मामला दर्ज किया गया और उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया।
जानिए अमीनुल इस्लाम ने क्या कहा?
नगांव में पंचायत चुनाव प्रचार के दौरान दिए गए इस बयान का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ। वीडियो में अमीनुल कहते हैं कि पुलवामा और पहलगाम की घटनाओं की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए। उनका आरोप था कि इन घटनाओं का इस्तेमाल केंद्र सरकार द्वारा "हिंदू-मुस्लिम ध्रुवीकरण" के लिए किया जा रहा है। उन्होंने कहा, “अगर निष्पक्ष जांच नहीं होती, तो हम मान लेंगे कि ये घटनाएं एक साजिश के तहत कराई गई हैं।”
पार्टी ने बनाई दूरी
AIUDF ने इस बयान को विधायक के "निजी विचार" बताते हुए खुद को इससे अलग कर लिया है। पार्टी प्रवक्ता ने कहा कि इस मामले पर सीनियर नेतृत्व की बैठक जल्द होगी और यदि आरोप सही पाए गए, तो उचित कार्रवाई की जाएगी। साथ ही, पार्टी ने एक आंतरिक जांच समिति भी गठित कर दी है और पुलिस जांच में सहयोग का आश्वासन दिया है।
अब तक 27 गिरफ्तारियां
अमीनुल इस्लाम अकेले नहीं हैं जिन पर देशविरोधी बयानबाजी के आरोप लगे हैं। असम में अब तक पहलगाम हमले पर कथित भड़काऊ बयान देने के आरोप में 27 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। असम पुलिस की ओर से मामले की जांच जारी है। हाजी अमीनुल इस्लाम के बयान के राजनीतिक और कानूनी प्रभाव पर पूरे प्रदेश में बहस छिड़ गई है। अब सभी की निगाहें AIUDF की आगामी कार्रवाई और जांच की निष्कर्षों पर टिकी हैं।
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