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नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्क। दिल्ली में रिकॉर्ड बारिश और हथनी कुंड बैराज से लगातार पानी छोड़े जाने से मंगलवार शाम को यमुना का जलस्तर बढ़कर खतरे के निशान को पार कर गया है। इससे निजले हिस्सों में बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गई है। यमुना खादरके यमुना बाजार, मजनू का टीला, बुराड़ी इलाके में स्थिति भयावह हो गई है। लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है। यमुना का जलस्तर खतरे के निशान 205.33 मीटर को पार करके 206. 22 मीटर पहुंच गया है। पुराने रेल पुल फिलहाल बंद कर दिया गया है।
बारिश ने बढ़ाईं लोगों की मुश्किलें
यमुना पार के इलाकों में सोमवार रातभर और मंगलवार दिन भर हुई बारिश के बाद घरों में पानी घुस गया है। मयूर विहार और आस-पास की कॉलोनियों में रहने वालों को सुबह सड़कों पर पानी भरा और घरों में फर्नीचर भीगा हुआ दिखाई दिया। बाढ़ की वजह से अपने घरों को छोड़ने को मजबूर लोग यथासंभव अपने सामान लेकर सुरक्षित स्थानों पर जा रहे हैं क्योंकि नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है, और अपने पीछे अनिश्चितता का एक निशान छोड़ रहा है।
मदनपुर खादर में किसान फसलें बचाने में जुटे रहे
दक्षिण-पूर्वी दिल्ली के बाढ़ग्रस्त क्षेत्र मदनपुर खादर में किसान अपनी आखिरी फसल को बचाने की कोशिश करते नजर आए, जबकि बाकी फसल नष्ट हो चुकी थी। किसान रामशंकर ने कहा, हम इसलिए जा रहे हैं, क्योंकि जलस्तर हर घंटे बढ़ रहा है और खेत जलमग्न हो गए हैं। खाटें गहरे मटमैले बाढ़ के पानी में तैर रही थीं, जबकि परिवार घुटनों तक गहरी धाराओं में अपनी मेहनत की कमाई सिर पर रखकर आगे बढ़ रहे थे। यह दृश्य मंगलवार को राष्ट्रीय राजधानी में यमुना के किनारे देखा गया जो खतरे का निशान पार कर गई है।
बाढ़ ने कई लोगों की उम्मीदों की फसलें उजाड़ी
यमुना में आई बाढ़ ने कई लोगों की जमीन और फसल को ही अपनी चपेट में नहीं लिया बल्कि उन्हें उनके आशियानों को भी छोड़ने के लिए मजबूर कर दिया है। मदनपुर खादर के एक निवासी ने कहा, पानी खेतों में घुस गया है और हमारी झोपड़ियां भी पानी में डूब गई हैं। पुलिस हमें वहां से हटने के लिए कहने आई थी, लेकिन हमारे लिए कोई व्यवस्था नहीं की गई। एक अन्य किसान, विकास ने बताया कि उनके परिवार की आजीविका छिन गई है। उन्होंने कहा, मेरे पिता सब्जियां उगाते हैं और हमारा परिवार खेती पर निर्भर है। हमारे आधे से ज्यादा खेत पानी में डूबे हुए हैं और जलस्तर अब भी बढ़ रहा है।
पानी ने विकराल रूप धारण किया
अधिकारियों ने बताया कि सुबह आठ बजे पुराने यमुना पुल पर नदी का जलस्तर 205.8 मीटर दर्ज किया गया, जो खतरे के निशान 205.33 मीटर से ऊपर है। हथिनीकुंड, वजीराबाद और ओखला बैराज से छोड़े गए पानी ने नदी को और विकराल रूप दे दिया है। अधिकारी नावों से घोषणाएं कर रहे हैं तथा नदी के किनारे रहने वाले लोगों से सुरक्षित स्थानों पर जाने का अनुरोध कर रहे हैं। एक अधिकारी ने समाचार एजेंसी को बताया, हम लगातार निवासियों से बाढ़ के खतरे वाले क्षेत्रों को खाली करने का आग्रह कर रहे हैं। सभी जिलाधिकारियों को बाढ़ जैसी किसी भी स्थिति के लिए तैयार रहने का निर्देश दिया गया है। delhi Yamuna | delhi yamuna river | Yamuna in New Delhi | Yamuna flood 2025