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Jagannath Rath Yatra: धरती से आसमान तक चाक-चौबंद होगी सुरक्षा, NSG और AI की पहली तैनाती

ओडिशा के पुरी में 27 जून को होने वाली जगन्नाथ रथ यात्रा 2024 में इस बार सुरक्षा के अभूतपूर्व और ऐतिहासिक इंतजाम किए गए हैं। पहली बार NSG कमांडो और स्नाइपर्स की तैनाती की जा रही है। साथ ही, AI की मदद से भीड़ नियंत्रण और निगरानी की जाएगी।

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Ranjana Sharma
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नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्‍क:27 जून यानि  शुक्रवार को ओडिशा के पुरी में आयोजित होने वाली विश्वप्रसिद्ध जगन्नाथ रथ यात्रा इस बार कई मायनों में ऐतिहासिक होने जा रही है। धार्मिक आस्था और सांस्कृतिक समर्पण से जुड़ी इस भव्य यात्रा में इस वर्ष सुरक्षा के अभूतपूर्व इंतजाम किए गए हैं। पहली बार नेशनल सिक्योरिटी गार्ड (NSG) को तैनात किया जा रहा है, और सुरक्षा प्रबंधन में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) तथा ड्रोन टेक्नोलॉजी का व्यापक इस्तेमाल किया जाएगा। इस बार NSG कमांडो और स्नाइपर्स को भीड़ में किसी भी संदिग्ध गतिविधि से निपटने के लिए तैनात किया जाएगा। इसके अलावा रैपिड एक्शन फोर्स (RAF), CRPF, और स्थानीय पुलिस की टीमें भी भारी संख्या में मौजूद रहेंगी।

पहली बार रथ यात्रा में AI की एंट्री

इतिहास में पहली बार रथ यात्रा के दौरान भीड़ नियंत्रण और निगरानी के लिए AI आधारित सिस्टम का इस्तेमाल हो रहा है। CCTV कैमरे अब सिर्फ रिकॉर्डिंग ही नहीं करेंगे, बल्कि उनमें लगे AI सॉफ्टवेयर के जरिए यह पता लगाया जाएगा कि कौन व्यक्ति कहां जा रहा है, भीड़ किस क्षेत्र में ज्यादा है, और किन इलाकों में तुरंत नियंत्रण की जरूरत है। इसी डेटा के आधार पर रूट डायवर्जन और इमरजेंसी प्लानिंग की जाएगी। भक्तों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए AI आधारित चैटबॉट लॉन्च किया गया है। यह चैटबॉट यात्रियों को भीड़ की स्थिति की लाइव जानकारी देगा और यह सुझाव देगा कि किस मार्ग से जल्दी और सुरक्षित पहुंचा जा सकता है। यह सुविधा विशेष रूप से उन लोगों के लिए उपयोगी साबित होगी जो पहली बार यात्रा में शामिल हो रहे हैं या जिन्हें मार्ग की सही जानकारी नहीं होती।

10,000 पुलिसकर्मी और हाई-टेक निगरानी

इस बार रथ यात्रा में 10,000 से अधिक पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं, जो अब तक का सबसे बड़ा आंकड़ा है। इसके अलावा ड्रोन की निगरानी को कई गुना बढ़ाया गया है। यदि किसी भी अनधिकृत ड्रोन की पहचान होती है, तो उसे फौरन निष्क्रिय करने की व्यवस्था भी की गई है। सुरक्षा प्रबंधन में महिलाओं और बच्चों की विशेष जरूरतों को भी प्राथमिकता दी गई है। हर कुछ मीटर की दूरी पर विशेष सहायता केंद्र बनाए गए हैं, जहां जरूरतमंद महिलाओं और बच्चों को तुरंत मदद मुहैया कराई जाएगी। इस वर्ष की रथ यात्रा सिर्फ एक धार्मिक आयोजन नहीं, बल्कि एक तकनीकी और सुरक्षा के अभूतपूर्व संयोजन का प्रतीक बनकर सामने आ रही है। श्रद्धा और आस्था के इस महायात्रा में जहां हर साल लाखों लोग शामिल होते हैं, वहीं इस बार सुरक्षा बलों और तकनीक की साझा कोशिश इसे और भी सुरक्षित और व्यवस्थित बनाएगी।

आसमान से पहरा: ड्रोन निगरानी और एंटी-ड्रोन सिस्टम

इस बार रथ यात्रा के दौरान ड्रोन कैमरों की संख्या कई गुना बढ़ाई गई है, जो लगातार आसमान से निगरानी करेंगे। किसी भी संदिग्ध या अनधिकृत ड्रोन की पहचान होते ही उसे निष्क्रिय करने की व्यवस्था भी की गई है। यह एक हाई-टेक सुरक्षा कवच का हिस्सा है। Bhagwan Jagannath Rath Yatra | NSG commando 
AI NSG commando Bhagwan Jagannath Rath Yatra
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