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'लव' नहीं, ये था 'जिहाद': Pakistani युवक ने दो हिंदू महिलाओं को इस्लाम कबूल करवाकर की शादी

हैदराबाद के बंजारा हिल्स में रहने वाली युवती ने अपने पति फहद के खिलाफ धोखाधड़ी और जबरन धर्म परिवर्तन का आरोप लगाया है। फहद, जो मूल रूप से पाकिस्तान का नागरिक है, ने कथित तौर पर फर्जी दस्तावेजों के आधार पर भारत में नागरिकता और नौकरी हासिल की।

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Ranjana Sharma
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हैदराबाद, वाईबीएन डेस्‍क: तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद के पॉश इलाके बंजारा हिल्स से ‘लव जिहाद’ का एक मामला सामने आया है। इस मामले में आरोपी पाकिस्तानी मूल के युवक फहद पर एक हिंदू युवती को प्रेमजाल में फंसाकर धर्म परिवर्तन कराने और फिर उसे छोड़कर दूसरी महिला के साथ रहने का आरोप है। पीड़ित युवती कीर्ति जो अब दोहा फातिमा के नाम से जानी जाती है, ने फहद पर धोखा देने और जबरन धर्म परिवर्तन कराने का आरोप लगाते हुए पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है।

पहले प्यार, फिर धर्मांतरण और शादी

पुलिस के अनुसार फहद 1998 में पाकिस्तान से भारत आया था और हैदराबाद में बस गया। उसने अपनी असली राष्ट्रीयता छिपाकर शहर की एक आईटी कंपनी ‘सीपाल’ में नौकरी हासिल की। इसी दौरान उसकी मुलाकात माउंट बंजारा कॉलोनी निवासी कीर्ति से हुई जिसे वह अपने प्रेमजाल में फंसाने में कामयाब रहा। आरोप है कि फहद ने कीर्ति पर धर्म परिवर्तन का दबाव बनाया और 2016 में उसका नाम बदलकर ‘दोहा फातिमा’ रखकर निकाह कर लिया। दोनों कुछ साल तक साथ रहे, लेकिन इसके बाद फहद ने अपनी ही कंपनी में काम करने वाली एक दूसरी महिला से नजदीकियां बढ़ा लीं। जब कीर्ति को फहद की दूसरी महिला के साथ नजदीकियों की भनक लगी, तो उसने दोनों को रंगे हाथों पकड़ लिया और पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने फहद और दूसरी महिला को हिरासत में लिया है और मामले की जांच जारी है।

फर्जी दस्तावेजों से मिली भारतीय नागरिकता

जांच के दौरान फहद की पृष्ठभूमि से जुड़ी चौंकाने वाली जानकारी सामने आई है। पुलिस के मुताबिक फहद के पिता पाकिस्तानी नागरिक थे और मां हैदराबाद की निवासी। दोनों की मुलाकात दुबई में हुई थी, जहां शादी के बाद वे पाकिस्तान चले गए। फहद के पिता की मृत्यु के बाद उसकी मां हैदराबाद लौट आईं।बताया जा रहा है कि फहद और उसका परिवार लंबे समय तक पाकिस्तान की नागरिकता रखता रहा, लेकिन वर्ष 2018 में फहद को भारतीय नागरिकता मिल गई। कीर्ति का दावा है कि 2016 में शादी के समय भी फहद के पास आधार कार्ड, पैन कार्ड और वोटर आईडी जैसे दस्तावेज थे।इतना ही नहीं फहद ने एक बैंक से लोन भी लिया हुआ है, जिससे उसकी पहचान और नागरिकता से जुड़े दस्तावेजों की विश्वसनीयता पर सवाल खड़े हो रहे हैं। पुलिस अब इस पूरे मामले की कड़ियों को जोड़ने और फहद के भारत में आने व बसने की प्रक्रिया की गहराई से जांच कर रही है।पुलिस और खुफिया एजेंसियां यह पता लगाने में जुटी हैं कि क्या यह मामला किसी संगठित नेटवर्क से जुड़ा है, या फहद ने अपने निजी फायदे के लिए यह पूरा षड्यंत्र रचा।
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