नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्क: दिल्ली की ऐतिहासिक धरोहर
हुमायूं के मकबरे में शुक्रवार को बड़ा हादसा हो गया।
स्मारक में स्थित दरगाह की छत गिरने से तीन महिलाओं समेत पांच लोगों की मौत हो गई है। मलबे में कई और लोगों के दबे होने की आशंका जताई जा रही है। घटना के बाद मौके पर हड़कंप मच गया और राहत-बचाव कार्य शुरू कर दिया गया है। प्रशासन और एनडीआरएफ की टीमें घटनास्थल पर पहुंच चुकी हैं।
दीवार गिरने से मची अफरा-तफरी
दिल्ली फायर सर्विस के मुताबिक, उन्हें घटना की सूचना शाम करीब 4:30 बजे मिली, जिसके बाद राहत कार्य के लिए 5 फायर टेंडर मौके पर भेजे गए।
एनडीआरएफ और पुलिस बल भी मौके पर राहत व बचाव अभियान में जुटे हैं। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार हादसे के वक्त स्मारक में कई पर्यटक मौजूद थे। दीवार के गिरते ही अफरा-तफरी मच गई और लोग इधर-उधर भागने लगे। फिलहाल मलबे में फंसे लोगों को बाहर निकालने के प्रयास जारी हैं।
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10-12 लोगों को मलबे से निकाला
अभी तक कुल 10-12 लोगों को मलबे से निकाला गया है। उन्हें एंबुलेंस के जरिए विभिन्न अस्पतालों में भेजा गया। अभी भी राहत और बचाव कार्य जारी है। घटनास्थल से मलबे को हटाया जा रहा है। 16वीं सदी के मध्य में बना यह मकबरा पर्यटकों के बीच काफी लोकप्रिय है।
प्रत्यक्षदर्शी ने कहा कि हुमायूं के मकबरे के पीछे दोपहर करीब 3 बजे यह हादसा हुआ। दीवार गिरने की आवाज आते ही हम लोग दौड़कर मौके पर पहुंचे और तुरंत प्रशासन को फोन किया। स्थानीय लोगों ने प्रशासन की मदद की और मलबे में फंसे लोगों को बाहर निकाला गया, जिसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया।
आम आदमी पार्टी (आप) के नेता सौरभ भारद्वाज ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर पोस्ट कर कहा कि दिल्ली में निजामुद्दीन दरगाह का एक हिस्सा गिरने से कई लोग घायल हुए हैं। कुछ लोगों की मृत्यु भी हुई है। हमारी पार्षद सारिका चौधरी मौके पर हैं और हर संभव मदद की कोशिश कर रही हैं।
विश्व धरोहर है हुमायूं का मकबरा
गौरतलब है कि हुमायूं का मकबरा विश्व धरोहर स्थल है जो स्थापत्य कला की दृष्टि से बेहद महत्वपूर्ण है और हर दिन हजारों सैलानी यहां आते हैं। प्रशासन ने हादसे की जांच के आदेश दे दिए हैं और यह भी पता लगाया जा रहा है कि दीवार गिरने के पीछे की वजह क्या रही रखरखाव में लापरवाही, मौसम का असर या कोई और तकनीकी कारण। फिलहाल घटनास्थल पर राहत और बचाव कार्य तेजी से चल रहा है और घायलों की संख्या व स्थिति को लेकर आधिकारिक पुष्टि का इंतजार किया जा रहा है।