बिहार, वाईबीएन नेटवर्क।बिहार के कई जिलों में गुरुवार 10 अप्रैल को भारी बारिश और आंधी के कारण बड़ा हादसा हुआ।
नालंदा जिले में आंधी-बारिश से अलग-अलग इलाकों में हुए हादसों में अब तक 22 लोगों की मौत हो चुकी है। मृतकों में से कुछ लोग पेड़ों के गिरने, दीवारों के गिरने और पुल टूटने के कारण अपनी जान गंवा बैठे। इस प्राकृतिक आपदा में कई लोग घायल भी हुए हैं। IMD ने अगले दो दिनों के लिए बिहार के कई जिलों में भारी बारिश और आंधी का अनुमान जताया है और इसके मद्देनजर ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। मौसम विभाग का कहना है कि शुक्रवार और शनिवार को भी भारी बारिश की संभावना बनी हुई है।
मानपुर थाना क्षेत्र के नगवां गांव में पीपल का पेड़ गिरने से 6 लोगों की मौत हो गई। यह हादसा उस समय हुआ जब लोग बारिश से बचने के लिए मंदिर में शरण लिए हुए थे। इसी बीच पेड़ गिर पड़ा और 6 लोगों की मौत हो गई जबकि 5 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। सिलाव थाना क्षेत्र के माधोपुर गांव में एक ताड़ का पेड़ गिरने से एक महिला की मौत हो गई। 45 साल की कांति देवी खेतों में काम कर रही थीं और बारिश से बचने के लिए ताड़ के पेड़ के नीचे खड़ी थीं, तभी पेड़ गिर पड़ा और उनकी मौत हो गई।
बच्चाें और बुजुर्गों की हुई मौत
इसलामपुर थाना क्षेत्र के बालमत बिगहा गांव में एक पुल के टूटने से तीन लोगों की मौत हो गई। मलबे में दबकर 2 साल का बच्चा, 6 महीने की बच्ची और एक महिला की मौत हो गई। ये लोग बारिश से बचने के लिए पुल के नीचे शरण ले रहे थे, तभी
पुल ध्वस्त हो गया और मलबे में दबकर उनकी जान चली गई। पावापुरी थाना क्षेत्र के दुर्गापुर गांव में एक ताड़ के पेड़ से दबकर 10 साल के बच्चे की मौत हो गई। अंकित कुमार नामक बच्चा ताड़ के पेड़ के नीचे खड़ा था, तभी पेड़ गिर गया और बच्चे की दबकर मौत हो गई। रहुई थाना क्षेत्र के देकपुरा हॉल्ट के पास एक पोल्ट्री फार्म की दीवार गिरने से एक महिला और उसके बच्चे की मौत हो गई। दोनों बारिश से बचने के लिए दीवार के पास खड़े थे, तभी दीवार गिर गई और मलबे में दबकर उनकी जान चली गई। भागन बिगहा ओपी क्षेत्र के नवादापर गांव में दीवार गिरने से 70 साल की महिला की मौत हो गई। दीवार आंधी के कारण गिरी और महिला की मलबे में दबकर मौत हो गई।
कहीं पेड़ तो कहीं दीवार बनी मौत का कारण
नालंदा विश्वविद्यालय परिसर में प्राचीन भग्नावशेष के पास एक पीपल का पेड़ गिरने से एक गार्ड की मौत हो गई। 22 साल के गार्ड राकेश कुमार की मौत पेड़ के गिरने से हुई। वह शेड में बारिश से बचने के लिए खड़े थे, तभी पेड़ गिर पड़ा और उनकी मौत हो गई।
नूरसराय क्षेत्र के सुंदर बिगहा गांव में एक बुजुर्ग की पेड़ की टहनी से दबकर मौत हो गई। वहीं गोसांय बिगहा में एक बुजुर्ग की छत से गिरने के कारण मौत हो गई। चैनपुरा गांव में जर्जर दीवार गिरने से किशोर और एक अन्य व्यक्ति की मौत हो गई। ये दोनों बारिश से बचने के लिए पुराने घर के पास खड़े थे, तभी दीवार गिर गई और उनकी मौत हो गई। बेन थाना क्षेत्र के बुल्ला बिगहा गांव में भी दीवार गिरने से एक महिला की मौत हो गई। महिला घर के पास बैठी थी, तभी दीवार गिर गई और उनकी मौत हो गई।
सीएम नीतीश कुमार ने जताया शोक
इन सभी घटनाओं में लोगों ने अपनी जान गंवाई, जबकि कई लोग घायल हो गए। नालंदा जिले में हालात बेहद खराब हैं, और राहत और बचाव कार्य जारी है। जिला प्रशासन ने मृतकों के परिवारों के लिए 4-4 लाख रुपये मुआवजे की घोषणा की है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने हादसे पर गहरा शोक व्यक्त किया और अधिकारियों को राहत कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं। मृतकों के परिवारों के प्रति राज्य सरकार ने संवेदनाएं व्यक्त की हैं। नालंदा जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी मो. शफीक ने 22 लोगों की मौत की पुष्टि की और राहत कार्यों के बारे में जानकारी दी। सभी प्रभावित क्षेत्रों में अब तक कई राहत टीमों को भेजा जा चुका है और स्थिति पर नजर रखी जा रही है। इस प्राकृतिक आपदा ने बिहार के कई जिलों में भारी तबाही मचाई है। लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजने और अन्य बचाव कार्यों के लिए प्रशासन द्वारा पूरी कोशिश की जा रही है।