लखनऊ, वाईबीएन नेटवर्क।
केंद्रीय मंत्री निर्मला सीतारमण ने 1 फरवरी को मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल का दूसरा बजट पेश किया। इस बार देश के बजट का साइज अनुमानित 50.65 करोड़ को पार कर गया जिसमें कृषि, रक्षा, नागरिक एवं उड्डयन, औषधि समेत कई क्षेत्रों के विकास के लिए भारी भरकम बजट का ऐलान किया गया है।
पूर्ण बजट में केंद्र सरकार ने उत्तर प्रदेश के अपने खजाने का मुंह खोल दिया है, इसके तहत अलग-अलग मदों से यूपी को 3.92 लाख करोड़ रुपये में मिलेंगे। इसके अलावा बजट से प्रदेश के छोटे शहरों में आवागमन को बेहतर बनाने की राह खुल गई है। इसके तहत पांच शहरों लाइट मेट्रो को विकसित किया जाएगा।
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1.73 लाख करोड़ रुपये मिलने का अनुमान
दरअसल, केंद्रीय बजट ने यूपी के छोटे शहरों जैसे गोरखपुर, प्रयागराज, झांसी, मेरठ और वाराणसी में लाइट मेट्रो रेल के संचालन की राह साफ कर दी है। शनिवार को पेश किए गए मेट्रो परियोजना के बजट में राज्य को 1.73 लाख करोड़ रुपये मिलने का अनुमान है। इनमें से अधिकांश हिस्सा कानपुर और आगरा मेट्रो परियोजनाओं के लिए आवंटित किया जाएगा, लेकिन इसके साथ ही इन छोटे शहरों में मेट्रो रेल के निर्माण की प्रक्रिया भी आसान हो जाएगी। राज्य सरकार पहले ही लखनऊ, कानपुर और आगरा में मेट्रो सेवा चला रही है. इसके अलावा, वाराणसी में पर्यटकों और श्रद्धालुओं के लिए रोप-वे चलाने का प्रोजेक्ट भी जारी है।
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कम लागत से बनेगी
लाइट मेट्रो एक प्रकार की आधुनिक और हल्की रेल परिवहन प्रणाली है, जो शहरों में यातायात की समस्या को हल करने के लिए डिज़ाइन की गई है। यह पारंपरिक मेट्रो प्रणाली की तुलना में कम लागत और कम जटिलता के साथ बनाई गई है। हल्की और कम लागत वाली प्रणाली,कम यातायात क्षमता वाले मार्गों पर उपयुक्त,कम ऊंचाई वाले प्लेटफ़ॉर्म और स्टेशन,इलेक्ट्रिक या डीजल-इलेक्ट्रिक ट्रेनें, स्वचालित या मैनुअल संचालन,शहरों में यातायात को आसान और तेज बनाने के लिए डिज़ाइन की गई होती हैं।
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पीएम ई-बस सेवा भी शुरु होगी
केंद्रीय बजट में शहरी यातायात को और सुगम और सुदृढ़ बनाने के लिए पीएम ई-बस सेवा के लिए राशि का आवंटन किया गया। इसमें से यूपी के हिस्से में भी 131 करोड़ रुपये मिलने की संभावना है। इस राशि से प्रदेश के 15 शहरों में संचालित पीएम ई-बस सेवा के बेड़े का विस्तार होगा, वहीं कई अन्य शहरों में भी बस सेवा शुरू की जा सकेंगी। इसके साथ ही ई-बसों के लिए ई-चार्जिंग स्टेशन बनाने की राह भी सुगम होगी। बता दें कि फिलहाल प्रदेश के 15 शहरों में ई-बस सेवा का संचालन किया जा रहा है। इनमें लखनऊ, कानपुर, वाराणसी, प्रयागराज, मेरठ, अलीगढ़, आगरा, मथुरा-वृंदावन, बरेली, शाजहांपुर, गाजियाबाद, झांसी, गोरखपुर, अयोध्या और मुरादाबाद शामिल हैं।