कोटद्वार, वाईबीएन डेस्क। उत्तराखंड के बहुचर्चित अंकिता भंडारी हत्याकांड में आखिरकार फैसला हो गया है। करीब तीन साल तक चले मुकदमे और 47 गवाहों की गवाही के बाद कोर्ट ने अपना फैसला सुनाया। अदालत ने मुख्य आरोपी पुलकित आर्य समेत तीनों दोषियों को दोषी करार देते हुए उम्रकैद की सजा सुनाई है। अंकिता की हत्या के बाद आरोपियों ने अपने गुनाह को छिपाने के लिए लाख कोशिशें की थीं। आरोपियों को कैसे पकड़ा गया? आइए बताते हैं।
आरोपियों पर गंभीर धाराओं में मुकदमा
पुलकित आर्य, जो वनंतरा रिजॉर्ट का मालिक और पूर्व भाजपा नेता का बेटा है, उस पर भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 302 (हत्या), 201 (सबूत मिटाना), 354A (यौन उत्पीड़न), और अनैतिक देह व्यापार अधिनियम के तहत मुकदमा चला। उसके साथियों सौरभ भास्कर और अंकित गुप्ता पर भी हत्या, सबूत मिटाने और अनैतिक व्यापार अधिनियम के तहत केस दर्ज किया गया था।
लापता हुई अंकिता की लाश नहर से मिली
19 वर्षीय अंकिता भंडारी, ऋषिकेश के पास स्थित एक लक्ज़री रिसॉर्ट वनंतरा में रिसेप्शनिस्ट के तौर पर काम करती थीं। 2022 में एक दिन अचानक वह लापता हो गईं। छह दिन की तलाश के बाद, 24 सितंबर को चीला पावर हाउस की नहर से एसडीआरएफ ने उनका शव बरामद किया। परिवार ने बिना पोस्ट मार्टम रिपोर्ट के अंतिम संस्कार करने से इनकार कर दिया था। मामले ने जब तूल पकड़ा तो जांच एसआईटी को सौंपी गई।
कैसे पकड़े गए आरोपी?
अंकिता भंडारी, वनंतरा रिजॉर्ट में रिसेप्शनिस्ट के रूप में काम कर रही थीं। जांच के दौरान सामने आया कि रिजॉर्ट में वीआईपी मेहमानों को “विशेष सेवाएं” देने का दबाव डाला जाता था। पुलकित ने अंकिता पर भी ऐसा ही दबाव बनाया, जिसे उसने सख्ती से नकार दिया। जिसके बाद उसकी हत्या कर दी गई। व्हाट्सएप चैट्स से खुलासा हुआ कि रिजॉर्ट में कुछ वीआईपी लोगों को विशेष सेवाएं दी जातीं थीं। अंकिता अपने एक दोस्त से इस बात का ज़िक्र कर चुकी थी कि रिजॉर्ट मालिक उस पर 'स्पेशल ट्रीटमेंट' देने का दबाव बना रहा है। इसके बाद आरोपी पुलकित जांच के घेरे में आया।
कर्मचारी ने खोला राज
एक कर्मचारी ने खुलासा किया था कि 17 सितंबर को अंकिता रोते हुए उससे अपना बैग बाहर निकालने को कह रही थी। 18 सितंबर को, कर्मचारी ने देखा कि अंकिता तीन अन्य लोगों के साथ बाहर गई, लेकिन वापस नहीं लौटी। उसी दिन पुलकित का भाई अंकित आर्य रिजॉर्ट आया और चार लोगों के लिए रात के खाने की व्यवस्था करने को कहा। उसने कर्मचारियों से कहा कि वह अंकिता के कमरे में ही खाना खाएगा, हालांकि अंकिता तब तक गायब हो चुकी थी।
आरोपियों ने कबूला सच
23 सितंबर 2022 को पुलकित, अंकित और सौरभ को गिरफ्तार किया गया था। पुलिस ने आरोपियों से सख्ती से पूछताछ की, जिसके बाद उन्होंने हत्या की बात स्वीकार की। सीसीटीवी फुटेज और अन्य साक्ष्यों के आधार पर यह स्पष्ट हुआ कि अंकिता को रिजॉर्ट में अवैध गतिविधियों के लिए मजबूर किया जा रहा था, और जब उसने विरोध किया, तो उसकी हत्या कर दी गई।
Ankita Bhandari Murder Case