/young-bharat-news/media/media_files/2025/09/16/cbse-scholarship-79-2025-09-16-10-46-48.png)
नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्क: उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में सोमवार देर रात बादल फटने और भारी बारिश ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है। सहस्रधारा इलाके में अचानक आई इस आपदा में कई होटल और दुकानें बह गई हैं, जबकि कई लोग लापता बताए जा रहे हैं। झाझरा के पास परवल गांव में आसन नदी के तेज बहाव में आठ मजदूर भी लापता हो गए हैं। इसी दौरान एक ट्रैक्टर और स्कूटी भी नदी में बह गई। नंदा की चौकी स्थित पुल भी भारी बहाव के कारण क्षतिग्रस्त हो गया है। मंगलवार को पीएम मोदी और गृहमंत्री अमित शाह ने सीएम धामी से फोन पर हालातों का जायजा लिया।
बचाव कार्य युद्धस्तर पर शुरू
सीएम धामी ने पीएम और गृह मंत्री को बताया कि प्रभावित इलाकों में प्रशासन ने राहत और बचाव कार्य युद्धस्तर पर शुरू कर दिया है। लोगों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया जा रहा है, और उन्हें भोजन तथा चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। यह जानकारी मुख्यमंत्री कार्यालय ने भी साझा की है। केंद्र सरकार ने राहत कार्यों को और अधिक प्रभावी बनाने के लिए राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) और राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (SDRF) की टीमें सक्रिय कर दी हैं। ये टीमें ज़मीनी स्तर पर राहत एवं बचाव कार्यों में जुटी हैं। राज्य के विभिन्न हिस्सों में भूस्खलन और सड़क बंद होने के कारण आवागमन प्रभावित हुआ है। विशेष रूप से देहरादून के सहस्रधारा क्षेत्र में बादल फटने से स्थिति और गंभीर हो गई है।