नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्क। भारत ने पाकिस्तान के आतंकवाद को वैश्विक मंच पर बेनकाब करने के लिए कूटनीतिक अभियान शुरू किया है। 21 मई बुधवार को, भारत के सात सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडलों में से तीन 32 देशों की यात्रा के लिए रवाना होंगे। यह कदम जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल 2025 को हुए बर्बर आतंकी हमले के बाद उठाया गया है, जिसमें 26 लोग मारे गए थे। इसके जवाब में भारत ने 6-7 मई को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ चलाया, जिसमें पाकिस्तान और पीओके में आतंकी ठिकानों पर हमले किए गए, जिसमें 100 से ज्यादा आतंकवादी मारे गए।
10 मई को हुआ था संघर्ष विराम
इस ऑपरेशन के बाद भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ा, लेकिन 10 मई को संघर्ष विराम के बाद स्थिति शांत हुई। अब भारत इन प्रतिनिधिमंडलों के जरिए वैश्विक समुदाय को पाकिस्तान के आतंकवाद समर्थन और ऑपरेशन सिंदूर की नैतिकता के बारे में बताएगा। पहला प्रतिनिधिमंडल जेडीयू सांसद संजय झा के नेतृत्व में जापान रवाना होगा, जिसमें पूर्व केंद्रीय मंत्री सलमान खुर्शीद भी शामिल हैं। india pakistan | ceasefire India Pakistan | breaking news india pakistan | India Pakistan border news | India Pakistan border
तीसरे का कनिमोझी करेंगी नेतृत्व
दूसरा प्रतिनिधिमंडल शिवसेना सांसद श्रीकांत शिंदे के नेतृत्व में मध्य पूर्व के देशों, जैसे सऊदी अरब और कुवैत, का दौरा करेगा। तीसरा प्रतिनिधिमंडल डीएमके सांसद कनिमोझी के नेतृत्व में 22 मई को रूस, फिर स्लोवेनिया, ग्रीस, लातविया और स्पेन जाएगा। इन प्रतिनिधिमंडलों में एनडीए के 31 और विपक्षी दलों के 20 सांसद शामिल हैं, जो संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के सदस्य देशों और अन्य रणनीतिक साझेदारों के साथ बातचीत करेंगे।
8 राजनयिकों को विस्तृत ब्रीफिंग
इन प्रतिनिधिमंडलों का मुख्य उद्देश्य पाकिस्तान द्वारा प्रायोजित आतंकवाद को उजागर करना और ऑपरेशन सिंदूर को आतंकवाद के खिलाफ भारत की मजबूत कार्रवाई के रूप में प्रस्तुत करना है। विदेश मंत्रालय ने इन 51 सांसदों और 8 राजनयिकों को विस्तृत ब्रीफिंग दी है, जिसमें युद्धविराम की कूटनीति और वैश्विक समर्थन जुटाने की रणनीति शामिल है। यह अभियान भारत की आतंकवाद विरोधी नीति को मजबूत करने और वैश्विक सहमति बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण है।
संजय झा (जेडीयू): जापान, सलमान खुर्शीद सहित अन्य सांसदों के साथ।
श्रीकांत शिंदे (शिवसेना): सऊदी अरब, कुवैत, बहरीन, अल्जीरिया।
कनिमोझी (डीएमके): रूस (22 मई से), स्लोवेनिया, ग्रीस, लातविया, स्पेन।
डेलीगेशन का मकसद पाकिस्तान को बेनकाब करना
पाकिस्तान का आतंकवाद समर्थन उजागर करना: पहलगाम हमले (22 अप्रैल 2025) और ऑपरेशन सिंदूर (6-7 मई 2025) के तथ्यों को प्रस्तुत करना।
वैश्विक सहमति बनाना: संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के सदस्य देशों और अन्य साझेदारों के साथ आतंकवाद विरोधी नीति पर चर्चा।
ऑपरेशन सिंदूर की नैतिकता: आतंकी ठिकानों पर भारत की कार्रवाई को उचित ठहराना।