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जगदीप धनखड़ जल्द खाली करेंगे सरकारी आवास, इस्तीफे की रात ही शुरू कर दी थी पैकिंग

सरकार की ओर से उन्हें यह स्पष्ट संकेत दिए गए हैं कि वे जल्द से जल्द अपना सरकारी आवास खाली कर दें। सरकार ने उनकी सुरक्षा भी तत्काल प्रभाव से हटा ली गई है। इसके बाद से ही उन्होंने अपना घरेलू व जरूरी सामान समेटना शुरू कर दिया।

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Mukesh Pandit
jagdeep dhankhar
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नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्क। उपराष्ट्रपति पद से इस्तीफा देने के बाद जगदीप धनखड़ अब जल्द ही उपराष्ट्रपति आवास खाली करने जा रहे हैं। फिलहाल वे कहां रहेंगे, इस बारे में कोई जानकारी नहीं दी गई है, क्योंकि उनके निजी आवास में एक विधायक किरायेदार के रूप में रह रहे हैं। हालांकि सूत्रों के अनुसार, उन्होंने अपने इस्तीफे की घोषणा की रात से ही सामान समेटना शुरू कर दिया था, जबकि आधिकारिक रूप से उनका इस्तीफा एक दिन बाद स्वीकार किया गया। 

जल्द सरकारी आवास खाली करने का दबाव

कहा जा रहा है कि सरकार की ओर से उन्हें यह स्पष्ट संकेत दिए गए हैं कि वे जल्द से जल्द अपना सरकारी आवासा खाली कर दें। सरकार ने उनकी सुरक्षा भी तत्काल प्रभाव से हटा ली गई है। इसके बाद से ही उन्होंने अपना घरेलू व जरूरी सामान समेटना शुरू कर दिया। राजनीतिक हलकों में चर्चा है कि क्या वाकई स्वास्थ्य कारण ही असली वजह हैं या कुछ और भी चल रहा है। 74 वर्षीय जगदीप धनखड़ अगस्त 2022 में उपराष्ट्रपति बने थे और उनका कार्यकाल 2027 तक था। दिल्ली में एक कार्यक्रम के दौरान जगदीप धनखड़ ने कहा था कि वह वर्ष 2027 तक अपने पद पर बने रहेंगे, फिर ऐसा अचानक क्या हुआ कि उन्हें अपने पद से इस्तीफा देना पड़ा।

सिर्फ 15 माह ही रहे नए राष्ट्रपति भवन में

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उधर, इस्तीफे के बाद कई विपक्षी दलों के नेताओं ने धनखड़ से मिलने का समय मांगा, लेकिन वह किसी को भी समय नहीं दे सके। शिवसेना नेता संजय राऊत और एनसीपी प्रमुख शरद पवार भी मिलने की कोशिश में लगे रहे, पर उन्हें भी समय नहीं मिला। धनखड़ अप्रैल 2024 में चर्च रोड स्थित नए उपराष्ट्रपति एन्क्लेव में शिफ्ट हुए थे, जो संसद भवन परिसर के पास ही है। यह नया परिसर 'सेंट्रल विस्टा' पुनर्विकास योजना के तहत तैयार किया गया था। महज 15 महीने रहने के बाद अब उन्हें यह आवास खाली करना होगा।

सियासी हलचल और विपक्ष की प्रतिक्रिया

धनखड़ के इस्तीफे के बाद से राजनीतिक बहस तेज हो गई है। विपक्ष का आरोप है कि यह इस्तीफा सरकारी दबाव का परिणाम हो सकता है। सूत्रों के मुताबिक, विपक्ष के कई नेता जैसे संजय राउत और शरद पवार — धनखड़ से मुलाकात करना चाहते थे, लेकिन उन्हें समय नहीं मिला। धनखड़ ने अब तक किसी भी राजनीतिक पार्टी के नेता से मुलाकात नहीं की है, जिससे अफवाहें और भी बढ़ गई हैं। राज्यसभा में उनकी मुखर विरोधी रही कांग्रेस के दिल में अचानक जगदीप धनखड़ के प्रति कुछ ज्यादा ही अनुराग उमड़ रहा है। राजनीतिक हलकों में कांग्रेस के इस प्रेम को लेकर भी काफी चर्चाएं हैं। उनके इस्तीफे के बाद कांग्रेस के संचार प्रमुख जयराम रमेश ने एक के बाद एक कई ट्वीट करके सभी को हैरानी में डाल दिया था।  jagdeep dhankhar news | jagdeep dhankhar | Jagdeep dhankar | jagdeep dhanghadh | Jagdeep Dhankhar resignation | Jagdeep Dhankhar resignation

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