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आज वर्ल्ड इमोजी डे है।आप ने भी कभी न कभी वाट्सएप, फेसबुक अथवा इंस्टाग्राम मैसेज के साथ इमोजी भेजी होगी। कोई मुस्कुराते, कोई रोते हुए यानी खुशी, दुख, गुस्सा एवं प्रेम की अभिव्यक्ति करते हुए इमोजी आपकी भावनाओं को दर्शाने का सशक्त माध्यम बन चुकी है। इसलिए विश्व इमोजी दिवस सिर्फ एक ट्रेंड नहीं है, बल्कि यह डिजिटल युग में एक नई भाषा और संचार के नए आयाम का उत्सव है। निसंदेह, इमोजी ने भावनाओं को टेक्स्ट में व्यक्त करने का एक क्रांतिकारी तरीका दिया है। यह दिन हमें यह याद दिलाता है कि कभी-कभी एक छोटा सा चित्र हजारों शब्दों से ज्यादा प्रभावशाली होता है।
कब मनाया जाता है विश्व इमोजी दिवस?
प्रत्येक वर्ष 17 जुलाई को विश्व इमोजी दिवस (World Emoji Day) मनाया जाता है। इस दिवस का उद्देश्य इमोजी की लोकप्रियता और संचार में उसकी भूमिका को सेलिब्रेट करना है। डिजिटल युग में इमोजी एक ऐसी भाषा बन गई है, जिसे दुनियाभर के लोग समझते हैं, चाहे भाषा कोई भी हो।
इस दिन को चुने जाने की खास वजह यह है कि अधिकतर डिवाइसेज़ (जैसे iPhone)में कैलेंडर इमोजी पर 17 जुलाई ही दिखाई देता है। इसी को ध्यान में रखकर 2014 में यह दिन तय किया गया।
विश्व इमोजी दिवस क्यों मनाया जाता है?
सोशल मीडिया के युग में, इंस्टाग्राम, एक्स, फेसबुक और व्हाट्सएप जैसे प्लेटफार्मों पर इमोजी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। वे न केवल हमारे दैनिक जीवन को प्रभावित करते हैं, बल्कि शब्दों के बिना भी भावनाओं को व्यक्त करने की अनुमति देकर संचार को भी बेहतर बनाते हैं।
इमोजी का सांस्कृतिक प्रभाव होता है, जो विभिन्न भावनाओं, अवधारणाओं और विचारों को व्यक्त करते हैं, तथा इनके अर्थ संदर्भ और संस्कृति के आधार पर भिन्न हो सकते हैं। ये छोटे डिजिटल चिह्न हमें अधिक प्रभावी ढंग से संवाद करने में सक्षम बनाते हैं।
इमोजी और उनके मायने क्या हैं?
दरअसल, इमोजी एक पिक्टोग्राफिक भाषा (चित्रों द्वारा संप्रेषण) है, जो टेक्स्ट को अधिक जीवंत और भावनात्मक बनाती है। इन्हें शब्दों की जगह या साथ में प्रयोग कर भावनाओं, विचारों या प्रतिक्रियाओं को बेहतर तरीके से व्यक्त किया जाता है। जैसे, भावनाओं को दर्शाना –खुशी, दुखी, गुस्सा, प्रेम इत्यादि, संवाद को छोटा लेकिन प्रभावशाली बनाना, अपने संदेश में स्पष्टता और हल्का-फुल्का हास्य जोड़ना।
कैसे हुई इमोजी की शुरुआत
इमोजी की शुरुआत जापान में हुई। वर्ष1999 में शिगेतका कुरिता( Shigetaka Kurita)नामक एक जापानी इंजीनियर ने पहली बार 176 इमोजी डिज़ाइन किए। वे एक मोबाइल इंटरनेट प्लेटफ़ॉर्म के लिए काम कर रहे थे और चाहते थे कि यूज़र अपने संदेशों को और बेहतर तरीके से व्यक्त कर सकें। उनके बनाए इमोजी बहुत ही साधार और 12×12 पिक्सल साइज के होते थे। इसके बाद धीरे-धीरे इनका प्रसार हुआ और टेक्नोलॉजी कंपनियों ने इन्हें अपनाना शुरू किया।
इमोजी दुनियाभर में इस्तेमाल होते हैं
वर्ष 2010 में, यूनिकोड कंसोर्टियम (Unicode Consortium) ने इमोजी को आधिकारिक यूनिकोड में शामिल कर लिया। इसके बाद Apple, Google,Facebook जैसी कंपनियों ने इन्हें अपने कीबोर्ड और प्लेटफॉर्म में शामिल किया। वर्ष 2011 में, Apple ने iOS 5 में इमोजी कीबोर्ड जोड़ा, जिससे इसकी लोकप्रियता बहुत बढ़ी।आज इमोजी दुनियाभर में इस्तेमाल होते हैं। WhatsApp, Instagram, Twitter, Facebook, Telegram से लेकर ईमेल और प्रोफेशनल चैट्स तक में इनका प्रयोग आम हो गया है।
Facts
- दुनिया में सबसे ज़्यादा इस्तेमाल होने वाला इमोजी है (Face with Tears of Joy)
- इमोजी एक संस्कृति का हिस्सा बन चुके हैं।
- कुछ इमोजी इतने मशहूर हो चुके हैं कि "Oxford Dictionary" ने 2015 में "Word of the Year" घोषित कर दिया।
- शब्दों की जगह अब इमोजी ने लेनी शुरू कर दी है।
- नेत्रहीन या पढ़ने में कठिनाई महसूस करने वालों के लिए इमोजी एक सरल और सहज संचार माध्यम है
- भविष्य में इमोजी और भी ज्यादा पर्सनलाइज़्ड और इंटरैक्टिव होंगे, जैसे एनिमेटेड इमोजी, 3D इमोजी या AI द्वारा समझदारी से चुने गए इमोजी।
- फेसबुक ने शानदार इमोजी को लॉन्च कर दिया है। यह साउंड इमोजी है। ऐसा करने वाले फेसबुक पहली कंपनी बन गई है। फेसबुक ने दावा किया है कि उनके द्वारा तैयार किया गया Sound mojis एक नेक्सट जेनरेशन का इमोजी है।
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