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बरेली, वाईबीएन संवाददाता
बरेली/बहेडी। बहेडी के किसानों ने कुछ दिन पहले डीएम रवींद्र कुमार से यह शिकायत की थी कि उनके क्षेत्र के कृषि गोदाम प्रभारी जयप्रकाश गांव आकर बोले, पीओएस मशीन पर अंगूठे लगा दो। किसान सम्मान निधि आने वाली है। उन सबने उन पर विश्वास करके मशीन पर अंगूठे लगा दिए। इसके बाद निशुल्क वितरण के लिए चना, मसूर, मटर और सरसों के बीज की मिनी किट गोदाम प्रभारी ने खुले बाजार में बेच दी।
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मौके से फरार हुआ कृषि गोदाम प्रभारी
डीएम ने मामले की जांच जिला कृषि अधिकारी ऋतुषा तिवारी को सौंप दी। डीडी कृषि ने एडीओ बहेडी प्रेमपाल और एडीओ शेरगढ जयपाल को जांच करके रिपोर्ट देने को कहा। दोनों एडीओ जब गांव में जांच करने गए और उनके बयान दर्ज करके लाए तो गोदाम प्रभारी जयपाल ने एडीओ प्रेमपाल को उनके मोबाइल पर फोन करके धमकाया। गोदाम प्रभारी बोले, तुम गांव क्यों गए। मेरे पक्ष में ऐसे ही रिपोर्ट लगा देते। जब एडीओ ने कहा कि मै तो किसानों से बात करके सही जांच करुंगा। इस पर गोदाम प्रभारी बोले, तुम्हारी इतनी हिम्मत। दोबारा बहेडी आओगे तो जूतों से मारूंगा। एडीओ की ओर से गोदाम प्रभारी के खिलाफ थाने में तहरीर दी गई है। पुलिस ने जांच के बाद एफआईआर दर्ज करने की बात कही है। इसके बाद कृषि गोदाम प्रभारी मौके से फरार हो गया है।
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बातचीत का ऑडियो हुआ वायरल।
कृषि गोदाम प्रभारी जयप्रकाश और जांच करने वाले एडीओ एग्रीकल्चर प्रेमपाल के बीच बातचीत का ऑडियो वायरल हुआ। उस ऑडियो में कृषि गोदाम प्रभारी जयप्रकाश पहले तो एडीओ से ठीक से बात करते हैं। बाद में कहते हैं कि आपने किसानों का वीडियो क्यों बनाया। अब बहेडी आओगे तो तुमको जूतों से मारूंगा। इसके बाद कृषि विभाग में हडकंप मच गया। एडीओ प्रेमप्रकाश ने गोदाम प्रभारी की इस हरकत की शिकायत बहेडी एसडीएम से की और उसके बाद बहेडी थाने में गोदाम प्रभारी के खिलाफ तहरीर दी। पुलिस ने जांच के बाद गोदाम प्रभारी के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने का आश्वासन दिया।
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खुले बाजार में बेचा किसानों को निशुल्क बांटने के लिए मिला सरकारी बीज
बहेडी के किसानों के अनुसार कृषि गोदाम प्रभारी जयप्रकाश लंबे समय से किसानों के लिए मिलने वाले सरसों, मसूर, चना, मटर आदि के बीज की कालाबाजारी करते आ रहे हैं। बहेडी कृषि गोदाम पर लगभग 30 क्विंटल बीज किसानों को निशुल्क बांटने के लिए मिला था। दो-चार किसानों को छोडकर किसी को बीज की किट नहीं मिली। गोदाम प्रभारी ने पीओएस मशीन में किसानों से यह कहकर अंगूठे लगवा लिए कि प्रधानमंत्री सम्मान निधि आने वाली है। जिनके अंगूठे पीओएस मशीन में नहीं लगे होंगे, उनके खाते में सम्मान निधि नहीं आएगी। सम्मान निधि खाते में आने के लिए किसानों ने अंगूठे लगा दिए। मगर, इन अंगूठों के निशान लेकर गोदाम प्रभारी ने कृषि विभाग से मिली सारी बीज किट बाजार में बेचकर पांच लाख से ज्यादा का गोलमाल कर लिया।
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हर महीने डीएओ को देता हूं 50 हजार
कृषि विभाग के सूत्रों के अनुसार गोदाम प्रभारी जयप्रकाश ने सबसे पहले शिकायतकर्ता किसान सुलक्षण देव पटेल को घर जाकर धमकाया और कहा कि चुपचाप शिकायत वापस ले लो। बाकी किसानों की छोडो, तुमको बीज की किट दे देंगे। जब शिकायतकर्ता ने अपनी शिकायत वापस लेने से इनकार किया तो गोदाम प्रभारी ने उनसे कहा कि जांच करके तुम कुछ नहीं बिगाड पाओगे। मैं ऊपर डीएओ भी हर महीने 50 हजार रुपए महीने देता हूं। कोई काम फ्री में नहीं होता। सबका हिस्सा तय है। हालांकि जिला कृषि अधिकारी ऋतुषा तिवारी से जब इस मामले में बात करने की कोशिश की तो उन्होंने कॉल रिसीव नहीं की। वैसे भी डीएओ के बारे में सब जानते हैं कि वह किसी का भी फोन नहीं उठातीं।
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रबी खरीफ सीजन के बीज वितरण में डेढ़ करोड़ का खेल
कृषि विभाग के सूत्रों के अनुसार बरेली में प्रत्येक वित्तीय वर्ष में 15 ब्लॉकों में रबी और खरीफ सीजन में 75-75 लाख रुपए यानि कि कुल मिलाकर डेढ़ करोड़ रुपए का बीज किसानों को निशुल्क वितरण के लिए मिलता है। यह बीज जिला कृषि अधिकारी की शह पर उनके बीस साल से जमे बाबू अमित कुमार वर्मा के जरिए गोदाम प्रभारी खुले बाज़ार में बेच देते हैं। कलस्टर प्रदर्शन की धनराशि अलग है। ऊपरी कमाई का यह हिस्सा कृषि गोदाम प्रभारी से लेकर जिले के बाबू और डीएओ तक पहुंचता है। यह बात बहेड़ी गोदाम प्रभारी की बातचीत से भी साबित हो चुकी है।
प्रेमपाल जी एडीओ एग्रीकल्चर होने साथ ही मेरे बडे भाई भी हैं। मैने कोई गलती नहीं की है। मुझे जिला कृषि अधिकारी या उनसे बडे अफसरों से जो भी आदेश मिलता है, उसका पालन करता हूं। मुझ पर बीज की किट बाजार में बेचने के आरोप गलत हैं। मेरा बातचीत का जो भी ऑडियो बताया जा रहा है, उसमें मैं नहीं हूं।
जयप्रकाश, कृषि गोदाम प्रभारी, बहेडी
जिला कृषि अधिकारी कृषि ने मुझे और शेरगढ एडीओ जयपाल को मामले की जांच सौंपी थी। मैने गांव में मौके पर जाकर शिकायत की जांच की। किसानों के बयान दर्ज किए। उनके बयानों के वीडियो भी बनाए। इससे गोदाम प्रभारी ने मुझे धमकी दी है। मैने उनके खिलाफ बहेडी थाने में तहरीर दी है। डीएओ ऋतुषा तिवारी गोदाम प्रभारी का पक्ष ले रही हैं। मेरा फोन नहीं उठातीं।