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सुशासन के लिए टीम वर्क, प्रौद्योगिकी, समयबद्धता, पारदर्शिता, परिवर्तन और रूपांतरण जरूरी: तोमर

राष्ट्रीय ग्राम स्वराज अभियान योजना के अंतर्गत पंचायत लर्निंग सेंटर ग्राम पंचायत भरतौल में बरेली मंडल के पीलीभीत और शाहजहांपुर के ग्राम प्रधान और सचिव का एक दिवसीय प्रशिक्षण दिया गया।

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Sudhakar Shukla
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बरेली, वाईबीएन संवाददाता

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भरतौल (बरेली)। राष्ट्रीय ग्राम स्वराज अभियान योजना के अंतर्गत पंचायत लर्निंग सेंटर ग्राम पंचायत भरतौल में बरेली मंडल के पीलीभीत और शाहजहांपुर के ग्राम प्रधान और सचिव का एक दिवसीय प्रशिक्षण दिया गया। तृतीय एवं चतुर्थ बैच में स्थानीय सतत विकास लक्ष्य की नो थीम पर प्रक्षिषण उपनिदेशक पंचायत महेंद्र सिंह के दिशा निर्देशन में हुआ।

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गांव को सुशासन युक्त बनाना है।

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राज्य प्रशिक्षक अमित कुमार सिंह तोमर ने प्रशिक्षण के उद्देश्य पर चर्चा करते हुए कहा कि सुशासन हेतु टीम वर्क, प्रौद्योगिकी, समयबद्धता, पारदर्शिता, परिवर्तन और रूपांतरण द्वारा गांव को सुशासन युक्त बनाना है। महिलाओं एवं बालिकाओं को लैंगिक समानता के साथ समान अवसर सहित सुरक्षित वातावरण प्रदान कराना होगा।

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पीपीटी के माध्यम से समझाया।

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उन्होंने सतत् विकास लक्ष्यों के 17 गोल पर चर्चा कर कम लागत बिना लागत के कार्यों पर प्रकाश डाला। चतुर्थ बैच में जनपद पीलीभीत और शाहजहांपुर की शेष ग्राम पंचायत के प्रधान और सचिव को प्रशिक्षण देते हुए राज्य प्रशिक्षक अमित कुमार सिंह तोमर ने थीम स्वच्छ एवं हरित गांव, आत्मनिर्भर बुनियादी ढांचे वाला गांव, सामाजिक रूप से न्याय संगत एवं सुरक्षित गांव, सुशासन वाला गांव सहित महिला हितेषी ग्राम पंचायत क्या, क्यों, कैसे पर ब्रेन स्टॉर्मिंगचर्चा और पीपीटी के माध्यम से समझाया।

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स्थानीय लक्ष्य पर की चर्चा।

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समान लैंगिक विकास पर चर्चा करते हुए राज्य प्रशिक्षक अमित कुमार सिंह तोमर ने स्थानीय लक्ष्य पर चर्चा की और कहा कि सामाजिक, राजनीतिक एवं आर्थिक गतिविधियों तथा समुदाय आधारित संगठनों में महिलाओं की प्रतिभागिता को बढ़ा कर महिलाओं को समान कार्य के लिए समान वेतन पर जोर दिया। उन्होंने मातृ मृत्यु दर में कमी लाने पर चर्चा की। बालिकाओं, गर्भवती महिलाओं तथा धात्री महिलाओं में खून की कमी पर भी चर्चा करते हुए आयुष्मान भारत, स्वास्थ्य बीमा, स्वास्थ्य योजना, प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना, महिला विकास संबंधी गतिविधियों पर चर्चा कर बजट पर भी चर्चा की।

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समान लैंगिक विकास पर चर्चा की।

उक्त बिंदुओं पर पंचायत की भूमिका पर चर्चा करते हुए ग्राम सभा से पूर्व महिला सभा को सुनिश्चित करने, महिलाओं की भागीदारी को प्रोत्साहन देने, सुरक्षित वातावरण सुनिश्चित करने, बेहतरीन स्वास्थ्य देखभाल हेतु जागरूकता लाने, सभी विकास कार्यक्रमों में महिलाओं की भागीदारी सुनिश्चित करने पर जोर दिया। महिला और बाल विकास के लिए कार्य कर रही स्थाई समितियां को मजबूत बनाने, कम लागत बिना लागत की गतिविधियों पर जोर देते हुए गांव में समान लैंगिक विकास पर चर्चा की।

तकनीकी जानकारी पर चर्चा की

ग्राम पंचायत हेतु उपयोगी संसाधन तथा सहयोगियों पर चर्चा करते हुए सामान लैंगिक विकास एवं ग्राम पंचायत विकास योजना पर प्रकाश डाला। मॉडल ग्राम पंचायत भरतौल का उदाहरण देते हुए भी समझाया गया। मंडलीय परियोजना प्रबंधक सचिन देव, स्वच्छ भारत मिशन के मंडलीय सलाहकार राजपाल सिंह, अमित तोमर आदि ने राष्ट्रीय पंचायत पुरस्कार प्रश्नावली एवं तकनीकी जानकारी पर चर्चा कर पंचायत विकास सूचकांक को समझाया।

जिज्ञासाएं एवं विभाग से सहयोग पर की चर्चा।

तृतीय एवं चतुर्थ बैच में सामूहिक रूप से राज्य प्रशिक्षक अमित कुमार सिंह तोमर, अशोक कुमार सिंह, वीर सक्सेना, राजपाल सिंह, सचिन देव, रुपेंद्र पटेल ने खुला सत्र आयोजित करते हुए प्रतिभागियों की जिज्ञासाएं एवं विभाग से सहयोग पर चर्चा की। प्रशिक्षण का मूल्यांकन एवं फीडबैक के उपरांत समापन किया गया।

सफलतापूर्वक प्रशिक्षण में विशेष योगदान रहा।

प्रशिक्षण में प्रमुख रूप से प्रधान सतीश गिरी, गंगा प्रसाद, रामकली, विमला देवी, सचिव गोपाल सिंह, विजय कुमार, अखिलेश गुप्ता, पंचायत सहायक स्वाति प्रिया, नीरज कुमारी, पूजा सिंह सहित जनपद पीलीभीत एवं शाहजहांपुर के शेष प्रधान, सचिव, पंचायत सहायक ने सफलतापूर्वक प्रशिक्षण लिया। प्रशिक्षण को सफल बनाने में भरतौल की ग्राम प्रधान प्रवेश, पूर्व प्रधान रीतराम, पंचायत सहायक निशा का विशेष योगदान रहा।

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